(रैपको न्यूज़ प्रतिनिधि)
फरीदाबाद। सुप्रसिद्ध शिक्षा विदुषी एवं के एल मेहता दयानंद स्कूल व कालेज की अध्यक्षा डा0 विमल मेहता का आज यहां स्वर्गवास हो गया। डा0 मेहता शिक्षा के प्रति समर्पित ऐसी महिला थीं जिनका नाम समाज का प्रत्येक व्यक्ति आदर व सम्मान के साथ लेता है।
फरीदाबाद में शिक्षा के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित करने वाले स्व0 के एल मेहता की पत्नी डा0 विमल मेहता अपने मधुर स्वभाव व सभी को अपना बना लेने के गुणों के कारण विशेष पहचान रखती थी।
जीवन के अंतिम समय तक भी डा0 मेहता शिक्षा जगत के प्रति न केवल समर्पित रहे बल्कि के एल मेहता दयानंद स्कूल व दयानंद कालेज के माध्यम से सेवाभाव में जुटी रही।
उल्लेखनीय है के एल मेहता दयानंद स्कूल व कालेज की स्थापना डा0 विमल मेहता के पति स्व0 के एल मेहता ने की थी। ५० वर्ष से दयानंद स्कूल ने फरीदाबाद के हजारों बच्चों को न केवल शिक्षित किया बल्कि दयानंद स्कूल उस समय शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांति माना गया जब फरीदाबाद में निजी स्कूलों का अधिक अस्तित्व नहीं था और शिक्षा को काफी महंगा माना जाता था।
अपने पति श्री के एल मेहता की मृत्यु के बाद डा0 विमल मेहता ने दयानंद स्कूल की बागडोर संभाली और पूर्ण सेवा व समर्पण भाव से कार्य किया। डा0 मेहता के समर्पण भाव का प्रमाण ही कहा जाएगा कि दयानंद स्कूल में पढ़ रहे विद्यार्थी व अध्यापक ही नहीं समाज का एक बड़ा हिस्सा उन्हें एक संरक्षक के रूप में देखता था।
डा0 मेहता के सुपुत्र श्री आनंद मेहता जोकि शिक्षा क्षेत्र में नये प्रयोगों के लिये जाने जाते हैं, ने अपनी पारिवारिक परम्परा को आगे बढ़ाया।
डा0 विमल मेहता के निधन का समाचार सुनते ही क्षेत्र में मायूसी का माहौल देखा गया। उनकी अन्तिम यात्रा में न केवल शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही बल्कि राजनीतिक, सामाजिक व औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। डा0 विमल मेहता का अंतिम संस्कार सैक्टर २२ शमशानघाट पर किया गया।
डा0 विमल मेहता का बिरादरी मेल, रस्म उठाला रविवार ६ जनवरी को दोपहर २.३० बजे से ४.३० बजे दयानंद कालेज में होगा।
डा0 विमल मेहता का रैपको न्यूज़ परिवार के साथ विशेष लगाव व प्यार रहा। उनकी मृत्यु से रैपको न्यूज़ परिवार ने अपना एक शुभचिंतक खो दिया।
ईश्वर से प्रार्थना है कि वह दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे और मेहता परिवार को इस दुखद घड़ी से उबरने का सामथ्र्य प्रदान करे।
फरीदाबाद। सुप्रसिद्ध शिक्षा विदुषी एवं के एल मेहता दयानंद स्कूल व कालेज की अध्यक्षा डा0 विमल मेहता का आज यहां स्वर्गवास हो गया। डा0 मेहता शिक्षा के प्रति समर्पित ऐसी महिला थीं जिनका नाम समाज का प्रत्येक व्यक्ति आदर व सम्मान के साथ लेता है।
फरीदाबाद में शिक्षा के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित करने वाले स्व0 के एल मेहता की पत्नी डा0 विमल मेहता अपने मधुर स्वभाव व सभी को अपना बना लेने के गुणों के कारण विशेष पहचान रखती थी।
जीवन के अंतिम समय तक भी डा0 मेहता शिक्षा जगत के प्रति न केवल समर्पित रहे बल्कि के एल मेहता दयानंद स्कूल व दयानंद कालेज के माध्यम से सेवाभाव में जुटी रही।
उल्लेखनीय है के एल मेहता दयानंद स्कूल व कालेज की स्थापना डा0 विमल मेहता के पति स्व0 के एल मेहता ने की थी। ५० वर्ष से दयानंद स्कूल ने फरीदाबाद के हजारों बच्चों को न केवल शिक्षित किया बल्कि दयानंद स्कूल उस समय शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांति माना गया जब फरीदाबाद में निजी स्कूलों का अधिक अस्तित्व नहीं था और शिक्षा को काफी महंगा माना जाता था।
अपने पति श्री के एल मेहता की मृत्यु के बाद डा0 विमल मेहता ने दयानंद स्कूल की बागडोर संभाली और पूर्ण सेवा व समर्पण भाव से कार्य किया। डा0 मेहता के समर्पण भाव का प्रमाण ही कहा जाएगा कि दयानंद स्कूल में पढ़ रहे विद्यार्थी व अध्यापक ही नहीं समाज का एक बड़ा हिस्सा उन्हें एक संरक्षक के रूप में देखता था।
डा0 मेहता के सुपुत्र श्री आनंद मेहता जोकि शिक्षा क्षेत्र में नये प्रयोगों के लिये जाने जाते हैं, ने अपनी पारिवारिक परम्परा को आगे बढ़ाया।
डा0 विमल मेहता के निधन का समाचार सुनते ही क्षेत्र में मायूसी का माहौल देखा गया। उनकी अन्तिम यात्रा में न केवल शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही बल्कि राजनीतिक, सामाजिक व औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। डा0 विमल मेहता का अंतिम संस्कार सैक्टर २२ शमशानघाट पर किया गया।
डा0 विमल मेहता का बिरादरी मेल, रस्म उठाला रविवार ६ जनवरी को दोपहर २.३० बजे से ४.३० बजे दयानंद कालेज में होगा।
डा0 विमल मेहता का रैपको न्यूज़ परिवार के साथ विशेष लगाव व प्यार रहा। उनकी मृत्यु से रैपको न्यूज़ परिवार ने अपना एक शुभचिंतक खो दिया।
ईश्वर से प्रार्थना है कि वह दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे और मेहता परिवार को इस दुखद घड़ी से उबरने का सामथ्र्य प्रदान करे।
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