दिल्ली। नरेला डीएसआईडीसी इंडस्ट्रीज वेलफेयर एसोसिएशन के चेयरमैन श्री सतीश छाबड़ा ने दिल्ली में औद्योगिक संस्थानों को साशर्त चलाने की अनुमति देने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि इन शर्तों को आसान व न्यूनतम किया जाना जरूरी है।
श्री छाबड़ा के अनुसार एमएचए व दिल्ली सरकार द्वारा उद्योगों के लिए जो शर्तें निर्धारित की गई हैं, वह वास्तव में काफी जटिल हैं और इससे उद्योगों में उत्पादन प्रक्रिया आरंभ करने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
आपने बताया कि लॉक डाउन के कारण उद्योगों में लंबे समय तक जिस प्रकार उत्पादन ठप रहा, उसे पुनः आरंभ करने के लिए काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में विभिन्न नियम व शर्तें उद्योगों की समस्याओं को बढ़ा रही हैं, जिन पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
आपने कहा है कि कोरोना वायरस के कारण जो विपदा आई, उनका सामना करने के लिए उद्योगों, श्रमिकों, समाजसेवी वर्ग व सरकार सहित प्रशासन ने परस्पर एकजुट होकर कार्य किया, इससे यह तथ्य स्पष्ट है कि कोरोनावायरस के प्रति सभी वर्ग जागरूक हैं।
श्री छाबड़ा के अनुसार अब जबकि सरकार, वैज्ञानिक व चिकित्सा वर्ग से जुड़े लोग स्वीकार कर रहे हैं कि हमें कोरोना वायरस के साथ ही रहना पड़ेगा, ऐसे में आवश्यकता इस बात की है कि इस संबंध में जागरूकता को बढ़ाया जाए और उन शर्तों को हटाया जाए जो आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में व्यवधान बनी हुई है।
श्री छाबड़ा ने विश्वास व्यक्त किया है कि केंद्र व दिल्ली सरकार इन तथ्यों को समझेगी और आने वाले समय में उद्योगों को चलाने की शर्तों को सरलीकृत किया जाएगा।
श्री छाबड़ा ने इसके साथ-साथ उन सभी संस्थानों व प्रतिष्ठानों को भी आरंभ करने की अनुमति देने का आग्रह किया है जो उद्योगों में किसी भी प्रकार की आपूर्ति करते हैं।
श्री छाबड़ा के अनुसार एमएचए व दिल्ली सरकार द्वारा उद्योगों के लिए जो शर्तें निर्धारित की गई हैं, वह वास्तव में काफी जटिल हैं और इससे उद्योगों में उत्पादन प्रक्रिया आरंभ करने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
आपने बताया कि लॉक डाउन के कारण उद्योगों में लंबे समय तक जिस प्रकार उत्पादन ठप रहा, उसे पुनः आरंभ करने के लिए काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में विभिन्न नियम व शर्तें उद्योगों की समस्याओं को बढ़ा रही हैं, जिन पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
आपने कहा है कि कोरोना वायरस के कारण जो विपदा आई, उनका सामना करने के लिए उद्योगों, श्रमिकों, समाजसेवी वर्ग व सरकार सहित प्रशासन ने परस्पर एकजुट होकर कार्य किया, इससे यह तथ्य स्पष्ट है कि कोरोनावायरस के प्रति सभी वर्ग जागरूक हैं।
श्री छाबड़ा के अनुसार अब जबकि सरकार, वैज्ञानिक व चिकित्सा वर्ग से जुड़े लोग स्वीकार कर रहे हैं कि हमें कोरोना वायरस के साथ ही रहना पड़ेगा, ऐसे में आवश्यकता इस बात की है कि इस संबंध में जागरूकता को बढ़ाया जाए और उन शर्तों को हटाया जाए जो आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में व्यवधान बनी हुई है।
श्री छाबड़ा ने विश्वास व्यक्त किया है कि केंद्र व दिल्ली सरकार इन तथ्यों को समझेगी और आने वाले समय में उद्योगों को चलाने की शर्तों को सरलीकृत किया जाएगा।
श्री छाबड़ा ने इसके साथ-साथ उन सभी संस्थानों व प्रतिष्ठानों को भी आरंभ करने की अनुमति देने का आग्रह किया है जो उद्योगों में किसी भी प्रकार की आपूर्ति करते हैं।
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