Thursday 16 July 2020

गुरूग्राम में उद्योग प्रबंधकों के लिये जी का जंजाल बनी श्रमिकों की कमी


गुरूग्राम, 16 जुलाई। गुरूग्राम में लॉकडाउन के बाद उद्योगों में आरंभ हुए कार्य को लेकर जहां उद्योग प्रबंधकों की चिंताए बढ़ रही हैं वहीं क्षेत्र में कार्यरत उद्योग प्रबंधकों व औद्योगिक प्रतिनिधियों का मानना है कि इस संबंध में आवश्यकता इस बात की है कि सरकार ऐसे कारगर पग उठाए जिससे गुडग़ांव में श्रमिकों की कमी के कारण आ रही समस्या से निपटा जा सके।

आईएमटी मानेसर इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के प्रधान श्री पवन यादव के अनुसार लॉकडाउन के बाद उद्योगों में 30 प्रतिशत श्रमिकों के साथ कार्य आरंभ कर दिया गया है। हालांकि अभी बाजार में मांग न होने के कारण ज्यादा श्रमिकों की आवश्यकता नहीं है परंतु जितने श्रमिकों की जरूरत है वह भी नहीं मिल रहे। यही नहीं बाहरी राज्यों से आने वाले श्रमिक अभी तक लौट नहीं पा रहे जिसके कारण समस्याएं बढ़ रही हैं।
श्री यादव के अनुसार उद्योग न चलने से घाटा बढ़ रहा है हालांकि यातायात के साधन मुहैया कराकर कुछ श्रमिकों को वापिस बुलाया भी गया है परंतु ट्रेनें न चलने के कारण श्रमिकों के लौटने में काफी समस्याएं आ रही हैं।

गुडग़ांव इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष श्री विनोद गुप्ता के अनुसार कोरोना के कारण जो माहौल बना हुआ है उसे सामान्य होने में काफी समय लगेगा। श्री गुप्ता का मानना है कि श्रमिकों को वापिस बुलाने के लिये प्रभावी प्रबंध किए जाने चाहिएं जिनमें रेलवे व बस सुविधा को आरंभ किया जाना जरूरी है।
श्री गुप्ता के अनुसार श्रमिक भी अब वापिस काम पर आना चाहते हैं परंतु साधनों का अभाव समस्या बना हुआ है। हालांकि गत दिनों हरियाणा सरकार द्वारा इस संबंध में प्रभावी पग उठाने की घोषणा की गई और इससे उद्योगों को राहत मिलने की संभावना भी बनी, परंतु वर्तमान में श्रमिकों की जो समस्या है उससे उद्योग प्रभावित हो रहे हैं।
उद्योग प्रबंधकों का मानना है कि इस संबंध में सरकार को तुरंत प्रभाव से हस्तक्षेप करना चाहिए।
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