दिल्ली 22 दिसंबर (Repco News)। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार गुप्ता ने कहा कि शिक्षा और चिकित्सा दिल्ली सरकार की पहली प्राथमिकता है। शिक्षा ऐसी हो जो विद्यार्थियों को रोजगार से जोड़े ताकि वे आत्मनिर्भर हो सके। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें अच्छी शिक्षा ना मिलती तो वे आज इस मुकाम पर नहीं होते। वे जो कुछ भी है अपने शिक्षकों की वजह से है यदि उन्हें अच्छे शिक्षक नहीं मिले होते तो उच्च शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते।उक्त विचार उन्होंने आम आदमी पार्टी के शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल को कहे।डीटीए के प्रभारी प्रोफेसर हंसराज 'सुमन' के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल उनके निवास पर मिला। श्री गुप्ता ने आगे कहा कि शिक्षा ही व्यक्ति के जीवन में बदलाव लाती है।जिस तरह से दिल्ली की सरकार ने स्कूली शिक्षा में देश को एक मॉडल दिया है जिसकी तारीफ देश-विदेशों में हो रही है वैसा ही मॉडल हम अपनी सरकार के विश्वविद्यालयों में देना चाहते है। विश्वविद्यालयी शिक्षा में बदलाव कर हर छात्र तक पहुंचना चाहते हैं ,शिक्षा के बिना कोई भी छात्र न बचे यह सरकार की मंशा है।उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा को हमें रोजगार से जोड़ना पड़ेगा तभी छात्र आत्मनिर्भर बन पाएंगे। उन्होंने डीटीए के प्रतिनिधि मंडल से कहा कि दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने कॉलेजों / विश्वविद्यालयों में छात्रों के लिए रोजगार संबंधी विषयों की शिक्षा देना चाहते है इसके लिए सरकार समाज के सभी वर्गों के छात्रों को शिक्षा के माध्यम से उपर उठाना चाहती है जिससे छात्र अपना व्यवसाय कर बहुत से लोगों को रोजगार दे सकते है। सुशील गुप्ता ने एडहॉक शिक्षकों के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले शतप्रतिशत वित्त पोषित 12 कॉलेज और 5 फीसदी वाले 16 कॉलेजों में जल्द ही सरकार के साथ बैठकर लंबे समय से एडहॉक टीचर्स के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे शिक्षकों को स्थायी नियुक्ति करने के आदेश जारी कराएंगे।उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण बहुत से छात्रों को मोबाइल, इंटरनेट, लेपटॉप के माध्यम से शिक्षा मिल पा रही है ,जैसे ही इस महामारी का दौर खत्म होगा उच्च शिक्षा के लिए एक डॉक्युमेंट तैयार करेंगे जिसमें डीटीए से जुड़े शिक्षकों की मदद ली जाएगी। प्रोफेसर हंसराज 'सुमन' ने सांसद सुशील कुमार गुप्ता को आश्वासन दिया है कि उच्च शिक्षा और शिक्षकों के स्थायीकरण के लिए जो भी एजेंडा तैयार किया जाएगा उससे कभी पीछे नहीं हटेंगे।उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार के 28 कॉलेजों में जहां उनकी गवर्निंग बॉडी और चेयरमैन है वहाँ पर जनवरी 2021 से परमानेंट अपॉइंटमेंट्स की प्रक्रिया शुरू कराएंगे।उन्होंने एक दशक से ज्यादा से पढ़ा रहे शिक्षकों को करेक्ट रोस्टर के माध्यम से समायोजन करने की बात भी की।जिस पर सांसद ने सरकार से बात करने का आश्वासन दिया। डीटीए के इस प्रतिनिधि मंडल में लगभग 25 शिक्षकों ने भाग लिया।प्रभारी हंसराज 'सुमन', डॉ. गोपाल राणा, डॉ. नरेंद्र कुमार पांडेय, डॉ. राजेश राव ,डॉ. प्रतीक कुमार,नॉन टीचिंग से केदारनाथ अनिल कुमार, राजकुमार यादव आदि ने भी उच्च शिक्षा और संगठन को कैसे मजबूत किया जाए, पर विचार रखें।
शिक्षा और चिकित्सा दिल्ली सरकार की पहली प्राथमिकता : सुशील गुप्ता
दिल्ली 22 दिसंबर (Repco News)। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार गुप्ता ने कहा कि शिक्षा और चिकित्सा दिल्ली सरकार की पहली प्राथमिकता है। शिक्षा ऐसी हो जो विद्यार्थियों को रोजगार से जोड़े ताकि वे आत्मनिर्भर हो सके। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें अच्छी शिक्षा ना मिलती तो वे आज इस मुकाम पर नहीं होते। वे जो कुछ भी है अपने शिक्षकों की वजह से है यदि उन्हें अच्छे शिक्षक नहीं मिले होते तो उच्च शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते।उक्त विचार उन्होंने आम आदमी पार्टी के शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल को कहे।डीटीए के प्रभारी प्रोफेसर हंसराज 'सुमन' के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल उनके निवास पर मिला। श्री गुप्ता ने आगे कहा कि शिक्षा ही व्यक्ति के जीवन में बदलाव लाती है।जिस तरह से दिल्ली की सरकार ने स्कूली शिक्षा में देश को एक मॉडल दिया है जिसकी तारीफ देश-विदेशों में हो रही है वैसा ही मॉडल हम अपनी सरकार के विश्वविद्यालयों में देना चाहते है। विश्वविद्यालयी शिक्षा में बदलाव कर हर छात्र तक पहुंचना चाहते हैं ,शिक्षा के बिना कोई भी छात्र न बचे यह सरकार की मंशा है।उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा को हमें रोजगार से जोड़ना पड़ेगा तभी छात्र आत्मनिर्भर बन पाएंगे। उन्होंने डीटीए के प्रतिनिधि मंडल से कहा कि दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने कॉलेजों / विश्वविद्यालयों में छात्रों के लिए रोजगार संबंधी विषयों की शिक्षा देना चाहते है इसके लिए सरकार समाज के सभी वर्गों के छात्रों को शिक्षा के माध्यम से उपर उठाना चाहती है जिससे छात्र अपना व्यवसाय कर बहुत से लोगों को रोजगार दे सकते है। सुशील गुप्ता ने एडहॉक शिक्षकों के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले शतप्रतिशत वित्त पोषित 12 कॉलेज और 5 फीसदी वाले 16 कॉलेजों में जल्द ही सरकार के साथ बैठकर लंबे समय से एडहॉक टीचर्स के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे शिक्षकों को स्थायी नियुक्ति करने के आदेश जारी कराएंगे।उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण बहुत से छात्रों को मोबाइल, इंटरनेट, लेपटॉप के माध्यम से शिक्षा मिल पा रही है ,जैसे ही इस महामारी का दौर खत्म होगा उच्च शिक्षा के लिए एक डॉक्युमेंट तैयार करेंगे जिसमें डीटीए से जुड़े शिक्षकों की मदद ली जाएगी। प्रोफेसर हंसराज 'सुमन' ने सांसद सुशील कुमार गुप्ता को आश्वासन दिया है कि उच्च शिक्षा और शिक्षकों के स्थायीकरण के लिए जो भी एजेंडा तैयार किया जाएगा उससे कभी पीछे नहीं हटेंगे।उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार के 28 कॉलेजों में जहां उनकी गवर्निंग बॉडी और चेयरमैन है वहाँ पर जनवरी 2021 से परमानेंट अपॉइंटमेंट्स की प्रक्रिया शुरू कराएंगे।उन्होंने एक दशक से ज्यादा से पढ़ा रहे शिक्षकों को करेक्ट रोस्टर के माध्यम से समायोजन करने की बात भी की।जिस पर सांसद ने सरकार से बात करने का आश्वासन दिया। डीटीए के इस प्रतिनिधि मंडल में लगभग 25 शिक्षकों ने भाग लिया।प्रभारी हंसराज 'सुमन', डॉ. गोपाल राणा, डॉ. नरेंद्र कुमार पांडेय, डॉ. राजेश राव ,डॉ. प्रतीक कुमार,नॉन टीचिंग से केदारनाथ अनिल कुमार, राजकुमार यादव आदि ने भी उच्च शिक्षा और संगठन को कैसे मजबूत किया जाए, पर विचार रखें।
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