एमराल्ड इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसीपल सुश्री मनीषा गुलाटी ने यहां क्षेत्र के प्रमुख औद्योगिक संगठन आईएमएसएमई आफ इंडिया के वूमैन आंत्रेप्यूनर सैल द्वारा आयोजित प्रोग्रैसिव स्टैप्स वर्कशाप में यह विचार व्यक्त करते कहा कि प्रोफैशनल और औद्योगिक क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं ने पिछले एक दशक में अपना जो नाम बनाया है वह वास्तव में अनुकरणीय है।
एसएसपी हास्पिटल की निदेशक डा0 सीमा बंसल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आईएमएसएमई आफ इंडिया के मंच से वूमैन आंत्रेप्यूनर्स सैल द्वारा जो कार्यक्रम आयोजित किया गया है वह वास्तव में संगठन की महिलाओं के प्रति समर्पण की भावना को दर्शाता है।
आईएमएसएमई आफ इंडिया के चेयरमैन श्री राजीव चावला ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आईएमएसएमई आफ इंडिया ने वूमैन आंत्रेप्यूनर सैल का गठन इसी उद्देश्य से किया कि महिला प्रोफैशनल्स व उद्यमियों सहित वर्किंग वूमैन के समक्ष आने वाले चुनौतियों, समस्याओं पर भी फोकस केंद्रित किया जा सके।
आपने कहा कि मातृशक्ति की उपयोगिता व सबलता से हम भलि भांति परिचित हैं परंतु ऐसा महसूस किया जा रहा था कि कोई ऐसा मंच होना चाहिए जहां महिलाएं खुलकर प्रोफैशन, उद्यमिता, नए अवसर, चुनौतियों पर चर्चाएं कर सकें और उसके अनुरूप सरकार से नीति व योजनाओं को कार्यअमल में लाया जा सके। श्री चावला ने कहा कि वूमैन आंत्रेप्यूनर सैल इसी विचारधारा का परिणाम है।
के एल महता दयानंद एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन के अध्यक्ष श्री आनंद मेहता ने नारी शक्ति की उपयोगिता व महत्व पर विचार व्यक्त करते हुए प्रोग्रैसिव स्टैप्स को महत्वपूर्ण करार दिया। वूमैन आंत्रेप्यूनर सैल की चेयरपर्सन जया गोयल, करूणा क्रिएशन की डा० करूणा पाल गुप्ता, पार्थ टू हारमोनी की प्रियंका मदान, कार्यशाला की सफलता के लिये काफी सक्रिय देखी गई।
कार्यशाला को सी दास ग्रुप की रीता भाटिया, बुक्स अन बियोन्ड की श्वेता गोयल अग्रवाल नेे भी संबोधित किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिला उद्यमी प्रोफैशनल्स व वर्किंग वूमैन्स की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
0 comments: