Thursday 28 May 2020

जूनियर रेडक्रॉस एन एच तीन फरीदाबाद ने वीर सावरकर को किया नमन


फरीदाबाद 28 मई। राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन एच तीन फरीदाबाद की जूनियर रेडक्रॉस तथा सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड ने प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में वीर सावरकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। विद्यालय की बालिकाओं ने प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा तथा प्राध्यापिका जसनीत कौर और प्रियंका शर्मा के मार्गनिर्देशन में वीर सावरकर के जीवन चरित्र पर पोस्टर बना कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि विनायक दामोदर सावरकर न केवल स्वाधीनता संग्राम के एक तेजस्वी सेनानी थे अपितु महान क्रान्तिकारी, चिन्तक, सिद्धहस्त लेखक, कवि, ओजस्वी वक्ता तथा दूरदर्शी राजनेता भी थे। वे एक ऐसे इतिहासकार थे जिन्होंने हिन्दू राष्ट्र की विजय के इतिहास को प्रामाणिक ढंग से लिपिबद्ध किया। वे भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के अग्रिम पंक्ति के सेनानी और प्रखर राष्ट्रवादी नेता थे। उन्हें प्रायः स्वातंत्र्यवीर, वीर सावरकर के नाम से सम्बोधित किया जाता है। हिन्दू राष्ट्र की राजनीतिक विचारधारा को विकसित करने का बहुत बड़ा श्रेय वीर सावरकर को जाता है।उनके राजनीतिक दर्शन में उपयोगितावाद, तर्कवाद और सकारात्मकवाद, मानवतावाद और सार्वभौमिकता, व्यावहारिकता और यथार्थवाद के तत्व थे। वीर सावरकर एक तर्कसंगत व्यक्ति थे जो सभी धर्मों में रूढ़िवादी विश्वासों का विरोध करते थे। हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए सावरकर वर्ष 1906 से प्रयत्नशील थे। लन्दन स्थित भारत भवन, इंडिया हाउस में संस्था ''अभिनव भारत'' के कार्यकर्ता रात्रि को सोने के पहले स्वतंत्रता के चार सूत्रीय संकल्पों को दोहराते थे। उसमें चौथा सूत्र होता था '‘हिन्दी को राष्ट्रभाषा व देवनागरी को राष्ट्रलिपि घोषित करना''। वीर सावरकर भारत के पहले व्यक्ति थे जिन्होंने 1905 के बंग-भंग के बाद 1906 में 'स्वदेशी' का नारा दिया और विदेशी कपड़ों की होली जलाई तथा वे भारत के पहले व्यक्ति थे जिन्हें अपने विचारों के कारण बैरिस्टर की डिग्री खोनी पड़ी। उन के अनुसार -- किसी भी राष्ट्र की पहचान के तीन आधार होते हैं – भौगोलिक एकता, जातीय गुण और साझा संस्कृति। मनचन्दा ने बताया कि विद्यालय की बालिकाओं ने सुंदर सुंदर पोस्टर बनाए। निशा दसवीं ए की छात्रा ने प्रथम, नीतू तथा आरती ग्यारहवीं ए की छात्रा ने द्वितीय तथा अंजू व  सिमरन ग्यारहवीं बी की छात्रा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य व अध्यापकों ने बच्चों को सबसे सुंदर ई पोस्टर बनाने के लिए बधाई दी।
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