फरीदाबाद (नरेंद्र रजनीकर)। फरीदाबाद मैनेजमेंट एसोसिएशन के प्रधान श्री अभय कपूर ने वर्तमान परिवेश में उद्योगों के समक्ष बन रहे माहौल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि मौजूदा समय उद्योग जगत के लिए नई चुनौतियां लेकर आया है और ऐसे समय में हमें अपनी कार्यप्रणाली तथा कार्य नीति में संरचनात्मक सुधार करना होगा।
श्री कपूर के अनुसार कोरोना वायरस के कारण चल रहे लॉक डाउन के दौरान सरकार द्वारा उद्योगों में काम करने की साशर्त अनुमति दी गई है, ऐसे में सबसे अधिक आवश्यकता इस बात की है कि हम अपने दिनचर्या में सोशल डिस्टेंस के सिद्धांत की पालना पर अधिक से अधिक ध्यान दें।
श्री कपूर का मानना है कि कोरोना के संक्रमण के बीच हमें धीरे-धीरे ही अपनी दिनचर्या पर वापस आना होगा और अपनी कार्यपद्धति में निरंतर सुधार और इसे बेहतर बनाने के लिए प्रयास करने होंगे।
श्री कपूर के अनुसार आवश्यकता इस बात की है कि संस्थान से जुड़े कार्यों के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म को उपयोग में लाया जाए, अपने लोगों को घर से काम करने व बेहतरीन परिणाम देने के निर्देश दिए जाएं, केवल मशीनों को चलाने और डिस्पैच लॉजिस्टिक में लगे लोगों को ही काम के लिए बुलाया जाए और औद्योगिक संस्थान में भीड़ से बचा जाए।
श्री कपूर के अनुसार वास्तविकता यह है कि कोरोनावायरस के संक्रमण का प्रभाव सभी वर्गों पर पड़ा है, ऐसे में श्रमिकों को लाक डाउन की अवधि का वेतन अवश्य दिया जाना चाहिए। श्री कपूर का मानना है कि उद्योगों के पास वर्तमान में स्किल्ड श्रमिकों का अभाव बना रहता है और यदि श्रमिक स्वयं को लाक डाउन के दौरान या इसके बाद के समय के लिए सुरक्षित नहीं समझेंगे तो वे पलायन जैसे कठोर कदम उठाएंगे जिससे आने वाले समय में उद्योगों को ही नुकसान होगा। आपने इसके साथ साथ उद्योगों में रोबोट के प्रयोग को बढ़ाने तथा लाक डाउन के बाद भी चुनौतियों के लिए तैयार रहने की आवश्यकता पर बल दिया है।
श्री कपूर का सुझाव है कि नए उद्योगों को शहरों से दूर और ग्रामीण क्षेत्र के निकट उद्योग स्थापित करने की ओर कदम उठाने होंगे जिससे उन्हें स्थानीय स्तर पर श्रमिक मिल सकेंगे तथा भविष्य में आने वाली कई परेशानियों से बचा जा सकेगा।
श्री कपूर ने बताया कि इस संबंध में फरीदाबाद मैनेजमेंट एसोसिएशन द्वारा कई आयोजन किए जा रहे हैं पार्किंग उद्योगों को वर्तमान समय के अनुरूप जानकारी मिल सके। आपने प्रबंधन प्रतिनिधियों से इन आयोजनों का यथासंभव लाभ उठाने का आह्वान भी किया है।
श्री कपूर के अनुसार कोरोना वायरस के कारण चल रहे लॉक डाउन के दौरान सरकार द्वारा उद्योगों में काम करने की साशर्त अनुमति दी गई है, ऐसे में सबसे अधिक आवश्यकता इस बात की है कि हम अपने दिनचर्या में सोशल डिस्टेंस के सिद्धांत की पालना पर अधिक से अधिक ध्यान दें।
श्री कपूर का मानना है कि कोरोना के संक्रमण के बीच हमें धीरे-धीरे ही अपनी दिनचर्या पर वापस आना होगा और अपनी कार्यपद्धति में निरंतर सुधार और इसे बेहतर बनाने के लिए प्रयास करने होंगे।
श्री कपूर के अनुसार आवश्यकता इस बात की है कि संस्थान से जुड़े कार्यों के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म को उपयोग में लाया जाए, अपने लोगों को घर से काम करने व बेहतरीन परिणाम देने के निर्देश दिए जाएं, केवल मशीनों को चलाने और डिस्पैच लॉजिस्टिक में लगे लोगों को ही काम के लिए बुलाया जाए और औद्योगिक संस्थान में भीड़ से बचा जाए।
श्री कपूर के अनुसार वास्तविकता यह है कि कोरोनावायरस के संक्रमण का प्रभाव सभी वर्गों पर पड़ा है, ऐसे में श्रमिकों को लाक डाउन की अवधि का वेतन अवश्य दिया जाना चाहिए। श्री कपूर का मानना है कि उद्योगों के पास वर्तमान में स्किल्ड श्रमिकों का अभाव बना रहता है और यदि श्रमिक स्वयं को लाक डाउन के दौरान या इसके बाद के समय के लिए सुरक्षित नहीं समझेंगे तो वे पलायन जैसे कठोर कदम उठाएंगे जिससे आने वाले समय में उद्योगों को ही नुकसान होगा। आपने इसके साथ साथ उद्योगों में रोबोट के प्रयोग को बढ़ाने तथा लाक डाउन के बाद भी चुनौतियों के लिए तैयार रहने की आवश्यकता पर बल दिया है।
श्री कपूर का सुझाव है कि नए उद्योगों को शहरों से दूर और ग्रामीण क्षेत्र के निकट उद्योग स्थापित करने की ओर कदम उठाने होंगे जिससे उन्हें स्थानीय स्तर पर श्रमिक मिल सकेंगे तथा भविष्य में आने वाली कई परेशानियों से बचा जा सकेगा।
श्री कपूर ने बताया कि इस संबंध में फरीदाबाद मैनेजमेंट एसोसिएशन द्वारा कई आयोजन किए जा रहे हैं पार्किंग उद्योगों को वर्तमान समय के अनुरूप जानकारी मिल सके। आपने प्रबंधन प्रतिनिधियों से इन आयोजनों का यथासंभव लाभ उठाने का आह्वान भी किया है।
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