फरीदाबाद, 17 जुलाई। फरीदाबाद में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के 110 नए मामले सामने आने उपरांत कोरोना संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढक़र 6323 पर पहुंच गई है। इसमें सबसे राहत भरी बात यह है कि 4978 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है। वर्तमान परिस्थिति में 548 लोग अस्पतालों में एडमिड हैं जबकि 668 को होम आइसोलेटिड किया गया है।
आज संदिग्ध कोरोना मृतकों की संख्या 3 रही, जिसके साथ ही अब तक कुल 109 लोगों की मृत्यु हुई है।
इधर दूसरी ओर कोरोना वायरस का म्यूटेशन यानी रूप बदलना वैज्ञानिकों और चिकित्सकों के लिए चुनौती बन रहा है। हालांकि बाजार में कोरोना की दवाओं को लेकर कई उम्मीदें बनी है और इसके साथ ही देश में रिकवरी रेट बेहतर होने से कोरोना अन्य देशों के मुकाबले देश में कम घातक माना जा रहा है, परंतु इसके फैलाव पर चिंता व्यक्त करना स्वाभाविक है।
कोरोना संक्रमण की शुरूआत में इसके चार ही लक्षण सामने आए थे। जिसमें तेज बुखार, सूखी खांसी, गले में खराश होना और सांस लेने में तकलीफ होना मुख्य माना जा रहा था।
परंतु अब जैसे-जैसे नए केस व लक्षण सामने आ रहे हैं उसे देखते हुए चिकित्सा जगत व वैज्ञानिक भी कम हैरान नहीं है। मामलों को देखते हुए संदिग्ध कोरोना संक्रमण मे कुछ नए लक्षणों को भी शामिल किया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोरोना के 11 लक्षणों को आधिकारिक तौर पर शामिल किया है। पूर्व के चार लक्षणों के अलावा जो नए लक्षण शामिल किए गए हैं उनमें बदन दर्द, सिर दर्द, थकान, ठंड लगना या ठिठुरना, उल्टी आना, दस्त, बलगम में खून आना है।
हालांकि यह भी स्पष्ट किया जा रहा है कि कोरोना के मामलों में भय की बजाय जागरूकता पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए। इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गंध या स्वाद महसूस न होने को भी कोरोना के प्रमुख लक्षणों में शामिल किया है।
आवश्यकता इस बात की है कि हाथों को बार-बार धोया जाए, सैनिटाइजेशन पर ध्यान दिया जाए सोशल डिस्टेंस के सिद्धांतों को अमल में लाया जाए और मास्क का उपयोग आवश्यक रुप से जाए। किसी भी प्रकार के लक्षण महसूस होने पर तुरंत चिकित्सक की सलाह ली जाए।
आज संदिग्ध कोरोना मृतकों की संख्या 3 रही, जिसके साथ ही अब तक कुल 109 लोगों की मृत्यु हुई है।
इधर दूसरी ओर कोरोना वायरस का म्यूटेशन यानी रूप बदलना वैज्ञानिकों और चिकित्सकों के लिए चुनौती बन रहा है। हालांकि बाजार में कोरोना की दवाओं को लेकर कई उम्मीदें बनी है और इसके साथ ही देश में रिकवरी रेट बेहतर होने से कोरोना अन्य देशों के मुकाबले देश में कम घातक माना जा रहा है, परंतु इसके फैलाव पर चिंता व्यक्त करना स्वाभाविक है।
कोरोना संक्रमण की शुरूआत में इसके चार ही लक्षण सामने आए थे। जिसमें तेज बुखार, सूखी खांसी, गले में खराश होना और सांस लेने में तकलीफ होना मुख्य माना जा रहा था।
परंतु अब जैसे-जैसे नए केस व लक्षण सामने आ रहे हैं उसे देखते हुए चिकित्सा जगत व वैज्ञानिक भी कम हैरान नहीं है। मामलों को देखते हुए संदिग्ध कोरोना संक्रमण मे कुछ नए लक्षणों को भी शामिल किया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोरोना के 11 लक्षणों को आधिकारिक तौर पर शामिल किया है। पूर्व के चार लक्षणों के अलावा जो नए लक्षण शामिल किए गए हैं उनमें बदन दर्द, सिर दर्द, थकान, ठंड लगना या ठिठुरना, उल्टी आना, दस्त, बलगम में खून आना है।
हालांकि यह भी स्पष्ट किया जा रहा है कि कोरोना के मामलों में भय की बजाय जागरूकता पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए। इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गंध या स्वाद महसूस न होने को भी कोरोना के प्रमुख लक्षणों में शामिल किया है।
आवश्यकता इस बात की है कि हाथों को बार-बार धोया जाए, सैनिटाइजेशन पर ध्यान दिया जाए सोशल डिस्टेंस के सिद्धांतों को अमल में लाया जाए और मास्क का उपयोग आवश्यक रुप से जाए। किसी भी प्रकार के लक्षण महसूस होने पर तुरंत चिकित्सक की सलाह ली जाए।
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