फरीदाबाद 6 अगस्त (रैपको न्यूज़)।राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन एच तीन फरीदाबाद में प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड, गाइडस और जूनियर रेडक्रॉस ने हिरोशिमा दिवस पर आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में शांति का संदेश दिया। ब्रिगेड अधिकारी व प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा नगर में ‘लिटिल बॉय’ नाम से यूरेनियम बम छह अगस्त 1945 को गिराया था। यह बम उस समय का सबसे शक्तिशाली बम माना जाता था। इस बम के धमाके से 13 किमी में त्राहि त्राहि मच गई थी। उस समय हिरोशिमा की जनसंख्या लगभग 3.5 लाख थी, पर इस विस्फोट से एक लाख 40 हजार से ज्यादा लोग एक ही बार में मारे गये थे। मरने वालों में सर्वाधिक नागरिक, बच्चे, बूढ़े और स्त्रियां थीं। इस बम के गिरने के बाद भी कई लोग विकिरण से प्रभावित होकर मर गए। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने बताया इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसार वर्तमान में विश्व के नौ देशों ने ऐसे परमाणु हथियार विकसित कर लिए हैं जिनसे मिनटों में यह विश्व समाप्त हो जाए। ये नौ देश हैं- अमेरिका (7,300), रूस (8,000), ब्रिटेन (225), फ्रांस (300), चीन (250), भारत (110), पाकिस्तान (120), इजरायल (80) और उत्तर कोरिया (60)। इन 9 देशों के पास कुल मिलाकर 16,445 परमाणु हथियार हैं। निसंदेह स्टार्ट समझौते के तहत रूस और अमेरिका ने अपने भंडार घटाए हैं, मगर तैयार परमाणु हथियारों का 93 प्रतिशत भंडार आज भी इन्हीं दोनों देशों के पास है। जापान पर किसी देश द्वारा होने वाला यह सबसे बड़ा हमला था, परन्तु इस हमले के बाद भी अमेरिका शांत नहीं हुआ और वह निरंतर अपने कई प्रकार के बमों के प्रभावों को आजमाता रहा। हिरोशिमा का सर्वनाश करने के बाद अमेरिका ने नागासाकी पर ‘फैट मैन’ नामक प्लूटोनियम बम गिराया, जिसमें अनुमानित 74 हजार से ज्यादा लोग मारे गये। इसे दिवस के रूप में इसलिए मनाया जाता है, ताकि विश्व इस त्रासदी से कुछ सीख ले। जूनियर रेडक्रॉस काउन्सलर व प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने बताया कि विद्यालय की प्राध्यापिका जसनीत कौर और हेमा वर्मा ने हिरोशिमा दिवस पर सम्पूर्ण विश्व में शांति और सौहार्द बनाए रखने का संदेश दिया तथा विशेष रूप से संदेश देने वाले पोस्टर बनाने के लिए चंचल यादव, निशा और खुशी की शांति और सौहार्द का संदेश देने के लिए सराहना की।
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