गुरूग्राम, 17 नवंबर (Repco News)। चीन से आयात बंद होने से जहां लघु एवं मध्यम उद्योगों में बनने वाले उत्पाद की मांग बढ़ गई है, वहीं पर देश में कच्चे माल की लागत बढ़ जाने से उत्पाद की लागत भी बढऩे लगी है, जिसे ग्राहक देने के लिये तैयार नहीं होता।
गुडग़ांव इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष श्री विनोद गुप्ता का कहना है कि बढ़ी लागत के कारण निर्यात में भी कठिनाई आना स्वभाविक है क्योंकि पूरे विश्व ने तो चीन से आयात बंद नहीं किया है।
श्री गुप्ता का कहना है कि कच्चे माल की बढ़ती कीमतों के कारण लघु एवं मध्यम उद्योगों को आर्थिक संकट का सामना भी करना पड़ता है क्योंकि थोक में माल (अधिक मात्रा में) खरीदने पर कच्चा माल थोड़ा सस्ता मिल जाता है।
एक प्रश्र के उत्तर में श्री गुप्ता ने कहा कि लघु एवं मध्यम उद्योग के समक्ष उत्पाद की अधिक मांग वास्तव में एक बर्डन है क्योंकि चीन के साथ संबंध सामान्य होते ही पुन: आयात आरंभ हो जाएगा इसलिए लघु एवं मध्यम उद्योग उत्पादन बढ़ाने के लिये विस्तार भी नहीं कर सकते।
इतना आवश्यक है कि कोरोना काल में जो औद्योगिक संस्थान बंद रहे हैं उन्हें अपनी स्थिति सुधारने का अवसर मिल रहा है, परंतु कच्चे माल की बढ़ती कीमत आड़े आ रही कही जा सकती है।
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