आनन -फानन में कार्तिक के पिता और दादा कार्तिक को लेकर देर रात एशियन अस्पताल की इमरजेंसी लेकर पहुंचे समय की महत्वता और हाथ की गंभीरता को देखते हुए प्लास्टिक सर्जरी टीम ने तुरंत सर्जरी करने का निर्णय लिया एशियन अस्पताल के वरिष्ठ प्लास्टिक सर्जन डॉ. मनीष नंदा ने बताया कि यह ऑपरेशन बहुत ही जटिल था बच्चे को बेहोश करने के लिए हमारी एनेस्थीसिया डॉक्टरों कि टीम का एक महतवपूर्ण योगदान था उन्होंने पहले बच्चे को बेहोश किया उसके बाद हमने कलाई की हड्डी को जोड़ा, हाथ का खून का संचार करने वाली नाड़ियों को जोड़ा, हाथ की नसों और मासपेशियों को जोड़ा। डॉ. मनीष नंदा के अनुसार 5 घंटे चले इस ऑपरेशन में हर एक पल और टीम मेंबर की अहम् भूमिका थी हमे उम्मीद है कि समय के साथ हाथ वापिस काम करने लगेगा।
कार्तिक के दादा और पिता का कहना है हम बहुत खुश हैं कि एशियन अस्पताल के डॉक्टरों कि टीम ने हमारे बच्चों को अपंग होने से बचा लिया । हम सभी डॉक्टरों और उनकी टीम का धन्यवाद करते हैं ।
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