Friday 11 June 2021

एसएसबी अस्पताल में बिना सर्जरी के बदला गया मरीज के दिल का वाल्व


फरीदाबाद, 11 जून। ( रैपको न्यूज़/नरेश नरूला)। चिकित्सा क्षेत्र में अग्रणीय एस.एस.बी. अस्पताल के डाक्टरों ने एक नया कारनामा करते हुए 50 वर्षीय महिला की बिना सर्जरी के हार्ट के वाल्व को बदला और एंजियोप्लास्टी द्वारा बंद धमनी को खोलकर उसे नया जीवन दिया। इस जटिल सर्जरी को वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ एवं अस्पताल के चेयरमैन डा. एस.एस. बंसल के नेतृत्व में पूरा किया गया। दरअसल 50 वर्षीय महिला कमला (काल्पनिक नाम) को छाती में दर्द और सांस लेने में कठिनाई होने की शिकायत के चलते अस्पताल में लाया गया, महिला की जांच करने के उपरांत पाया गया कि महिला की दाहिनी धमनी में कई जटिल ब्लाक है, साथ ही उनका हार्ट वाल्व (नैरो एरोटिक वॉल्व) भी सुकड़ा हुआ था। पहले वॉल्व रिप्लेसमेंट के लिए उन्हें ऑपन हार्ट सर्जरी और ब्लॉक आर्टरी को खोलने के बाईपास की सलाह दी गई थी, लेकिन उन्होंने इतने बड़े ऑपरेशन के लिए मना कर दिया, उनकी बढ़ती समस्या को देखते हुए उन्हें डबल सर्जरी के स्थान पर वॉल्व रिप्लेसमेंट साथ ही एंजियोप्लास्टी स्टेंटिग की सलाह दी गई। डाक्टरों ने बताया कि प्रोसिजर के दौरान उनकी दाहिनी धमनी को एंजियोप्लास्टी स्टेंटिग कर खोला गया, साथ ही ट्रांसकैथेटर ऐरोटिक वाल्व रिप्लेसमेंट किया गया। एक साथ दोनों प्रोसिजर को सफलतापूर्वक किया गया। डा. एस.एस. बंसल ने बताया कि आमतौर पर वॉल्व रिप्लेसमेंट करने के लिए ओपन हार्ट सर्जरी की जाती है, जिसमें छाती की शल्य चिकित्सा करने के लिए उसे दस इंच तक खोला जाता है, ट्रांस कैथेटर ऐरिटिक वॉल्व रिप्लेसमेंट सर्जरी एक मिनिमली इनवेसिव प्रोसिजर है और इस प्रोसिजर को करने का तरीका कोरोनरी एंजियोग्राम से मिलता जुलता है इसलिए इससे मरीज की स्वास्थ्य रिकवरी जल्दी होती है। उन्होंने बताया कि गंभीर नैरो एरोटिक वॉल्व रिप्लेसमेंट का नॉन सर्जिकल तरीके से खोलने की विधि को टॉवर (ट्रांसकैथेटर ऐरोटिक वाल्व रिप्लेसमेंट) कहते हैं। सर्जरी के बाद के समय मरीज अधिक सहज महसूस करता है, इसको करने के लिए लोकल एनेस्थिसिया दिया जाता है। डा. बंसल ने बताया कि प्रोसिजर के अगले दिन ही मरीज को छुट्टी दी जा सकती है। डा. एस.एस. बंसल ने बताया कि ट्रांसकैथेटर ऐरोटिक वाल्व रिप्लेसमेंट प्रोसिजर उन मरीजों के लिए नए जीवन के वरदान के समान है, जो कि किसी न किसी कारण से सर्जरी के लिए फिट नहीं है या बड़े आप्रेशन के लिए तैयार नहीं हैं। गौरतलब है कि वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा. एस.एस. बंसल के कुशल नेतृत्व में चल रहे एसएसबी अस्पताल नित-नई तकनीकों के माध्यम से लोगों को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध करवाकर उनका जीवन बचाने के कार्य में पूरी तत्परता से जुटा है।

पोस्ट शेयर करें, कमेन्ट बॉक्स में कमेन्ट करें

Author:

0 comments: