फरीदाबाद, 10 फरवरी (रैपको न्यूज़/नरेंद्र रजनीकर)। फरीदाबाद सरब गुरुद्वारा कमेटी के महासचिव स. रविन्द्र सिंह राणा ने तख्त हजूर साहिब नांदेड़ महाराष्ट्र में सरकार द्वारा काबिज होने के प्रयासों की कड़े शब्दों में भर्त्सना की है।
सरदार राणा ने कहा है कि सिक्खों के महान तख्त व गुरुद्वारा प्रबंधन को सरकार के नियंत्रण में लाने की जो साजिश की जा रही है वह संवैधानिक रूप से देश हित में नहीं है और इससे धार्मिक सद्भाव की भावना प्रभावित होगी।
हजूर साहब की प्रबंधन समिति में सरकार द्वारा अपने सदस्यों की गिनती जबरन बढ़ाए जाने के आदेशों व मौजूदा प्रबंधन से जत्थों को हटाए जाने के निर्णय पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए स. राणा ने कहा है कि गुरुद्वारा प्रबंधन समिति का स्वरूप व इस संबंध में निर्णय सिखों का आंतरिक मामला है, सरकार इसमें सहयोग तो कर सकती है, परंतु गुरुद्वारों पर नियंत्रण करने व काबिज होने के जो प्रयास व साजिशें आरंभ की गई हैं, उन्हें किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सरदार राणा ने स्पष्ट करते हुए कहा है कि अभी विरोध की लहर महाराष्ट्र में दिखाई दे रही है, परंतु यदि आवश्यकता हुई तो पूरे देश में सिख सरकार के निर्णय के विरुद्ध सड़क पर उतरने व आंदोलन करने से परहेज नहीं करेंगे।
सिक्खों की सर्वोच्च शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा मामले में हस्तक्षेप करने का स्वागत करते हुए स. रविन्द्र सिंह ने कहा है कि इस संबंध में अकाल तख्त साहिब व एसजीपीसी द्वारा जो आदेश दिए जाएंगे देशभर के सिक्ख उसकी पालना करेंगे। आपने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा गुरुद्वारा साहिब पर नियंत्रण करने व काबिज होने के जो प्रयास किए जा रहे हैं यह वास्तव में उस कौम के साथ धक्का दिखाई दे रहा है जिसने देश सेवा व राष्ट्र समर्पण में सबसे अधिक कार्य किया।
सरदार राणा ने कहा है कि सिखों की सामर्थ्य उन्हें गुरु ग्रंथ साहिब व गुरुद्वारों से मिलती है, ऐसे में यदि सरकार द्वारा गुरुद्वारा प्रबंधन का अधिकार जबरन छीनने का प्रयास जाएगा तो उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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