श्री जैन के अनुसार हालांकि सरकार द्वारा प्रदेश में विभिन्न कानूनों व नीतियों का सरलीकरण करते हुए एमएसएमई सैक्टर को राहत प्रदान करने का प्रयास किया है परंतु अभी भी इस क्षेत्र के लिये चुनौतियों का माहौल बना हुआ है श्री जैन के अनुसार एमएसएमई सैक्टर के समक्ष वित्त, आर एंड डी, नया निवेश, विस्तार के लिये भूमि, स्किल लेबर संबंधी समस्याएं सामने आ ही हैं जिन पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
कोविड के प्रभाव का जिक्र करते हुए श्री जैन ने कहा है कि हालांकि सरकार के सहयोग अपनी मेहनत के चलते एमएसएमई सैक्टर्स इस प्राकृतिक आपदा से निपटने में काफी सफल रहा है परंतु एआई, नई तकनीक, अंतर्राष्ट्रीय हालात व राजनीतिक परिवेश ऐसी चुनौतियां बन कर सामने आई हैं जिनसे एमएसएमई सैक्टर को जूझना पड़ रहा है।
श्री जैन ने केंद्र व राज्य सरकार से आग्रह किया है कि वर्तमान परिवेश व आवश्यकताओं के अनुरूप ऐसी योजना तैयार की जाए जिससे एमएसएमई सैक्टर को वास्तव में राहत व प्रोत्साहन मिल सके।

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