Friday, 18 October 2019

तिगांव विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी पिछड़ा


फरीदाबाद (रैपको न्यूज प्रतिनिधि)। ऐसा लगता है कि तिगांव विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं का दिल अब विपक्षी नेताओं को चुनने में भर गया है। उन्हें पता चल गया है कि क्षेत्र का विकास विपक्ष में नहीं सत्तादल का विधायक चुनने से होता है। सदैव की भांति इस बार भी यहां कांग्रेस और भाजपा में कांटे की टक्कर है, हालांकि जजपा प्रत्याशी प्रदीप चौधरी व इनेलो प्रत्याशी उमेश भाटी भी मैदान में हैं।
2009 में अस्तित्व में आई तिगांव विधानसभा सीट से प्रथम बार श्री कृष्णपाल गुर्जर चुनाव जीते। उन्होंने वर्तमान विधायक ललित नागर को मात्र 818 वोटों से हराया। वर्ष 2014 में ललित नागर ने भाजपा प्रत्याशी राजेश नागर को २९३८ वोटों से पराजित किया।
इस बार चूंकि प्रदेश में भाजपा सरकार बनना तय कहा जाता है, इसलिए क्षेत्रवासी भाजपा प्रत्याशी राजेश नागर को विधायक चुनने में अमादा कहे जा सकते हैं। जब कांग्रेस प्रत्याशी एवं विधायक ललित नागर स्वयं को जनता की लड़ाई लडऩे वाला विधायक कहते हैं तो मतदाता परस्पर बातचीत करते हुए सुने जाते कहे जा सकते हैं कि पांच वर्षो में ललित नागर ने लड़ाई के अतिरिक्त दिया क्या है और आगे भी वो क्या देंगे? श्री ललित नागर के समर्थकों पर इन्कम टैक्स के छापों व इससे पूर्व ईडी द्वारा ललित नागर से पूछताछ के समाचारों ने आमजन में उनकी छवि और खराब कर दी। श्री नागर यहां इन छापों को राजनीतिक करार दे रहे हैं। वहीं आमजन इसे आर्थिक अपराध के रूप में देख कहा जा सकता है। कुल मिलाकर इन छापों का प्रभाव नाकारात्मक ही पड़ रहा है।  इधर राजेश नागर को एक तरह से एकतरफा समर्थन मिल रहा कहा जा सकता है।
मंझावली गांव में पंचायत का आयोजन कर ब्राह्मण समाज ने उन्हें 52 मीटर पगड़ी बांध कर पूर्ण समर्थन का विश्वास दिलाया है।  इस अवसर पर श्री नागर ने भावुक होते हुए कहा कि आपने आज जो मेरा सम्मान किया है, ऐसा ही सम्मान मैं हरियाणा विधानसभा में पहुंचकर तिगांव विधानसभा क्षेत्र को दिलाऊंगा। इस अवसर पर नित्यानंद शर्मा, जी एल चेयरमैन, दयाचंद सरपंच, सुरेंद्र बबली, अवनेश शर्मा, महेंद्र शर्मा एवं मास्टर छत्रपाल की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
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