इस चुनाव की विशेष बात यह रही कि कांग्रेस प्रत्याशी विजय प्रताप ने विधायक सीमा त्रिखा से नाराजगी को पूरी तरह कैश कराने का प्रयास किया है। यह कहना गलत नहीं होगा कि कांग्रेस समर्थन के साथ-साथ उनकी सफलता इस बात पर निर्भर करेगी, उन्होंने सीमा त्रिखा से नाराज लोगों को कितनी अपने पाले में लेने में सफलता पाई है।
श्री विजय प्रताप ने अपने पिता महेंद्र प्रताप की स्पष्ट एवं साफ छवि का लाभ उठाने की सफलता के साथ-साथ अपनी विनम्रता, मधुर स्वभाव एवं मीठी बोली से मतदाताओं को अपनी ओर करने में भी सफलता पाई है
इधर सीमा त्रिखा को भाजपा की लोकप्रियता एवं मुख्यमंत्री कोटे से किये गये फार्म का ही साहारा कहा जा सकता है। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कु० शैलजा की रैली से चौ० विजय प्रताप को सबसे बड़ा लाभ एस सी और बीसी लोगों को कांग्रेस के पाले में आने से मिला है।
यह लाभ कितना है यह तो मतदान उपरांत ही पता चलेगा। कुल मिलाकर कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी के बीच कांटे की टक्कर कही जा सकती है और परिणाम भी आश्चर्यजनक होंगे, इसमें दो राय नहीं।
0 comments: