Tuesday 26 May 2020

आईएमए ने किया आह्वान: कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान सार्वजनिक ना की जाए


फरीदाबाद 26 म‌ई (नरेंद्र रजनीकर)। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन फरीदाबाद की प्रधान डॉ पुनीत हसीजा ने फरीदाबाद में कोरोना वायरस के प्रति संक्रमण पर जहां चिंता व्यक्त की है, वही डॉक्टर हसीजा ने समस्त वर्गों से आग्रह किया है कि वे सोशल डिस्टेंस तथा सैनिटाइजर के साथ-साथ मास्क का उपयोग अवश्य करें।
डॉक्टर हसीजा के अनुसार मौजूदा परिस्थितियां निश्चित रूप से चिंताजनक है और इसे जागरूकता के साथ ही नियंत्रित किया जा सकता है।
डॉक्टर हसीज ने इसके साथ-साथ मीडिया से जुड़े सभी वर्गों से आग्रह किया है कि वे किसी भी कोरोना संक्रमण मरीज की पहचान को सामने ना लाएं। आपने इसके साथ साथ जिला प्रशासन से भी कोरोना संक्रमित मरीज के नाम व पहचान को सार्वजनिक करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
डॉक्टर हसीजा का मानना है कि वर्तमान समय में जबकि हम मानवता के लिए एक बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं, ऐसे में किसी मरीज का नाम लेना या उसकी पहचान सार्वजनिक करना उस मरीज के निजी व व्यक्तिगत हितों को प्रभावित करता है जिसकी अनुमति संविधान नहीं देता और चिकित्सक क्षेत्र में भी ऐसा करना किसी अपराध से कम नहीं है। डॉक्टर हसीजा ने फरीदाबाद में कार्यरत अस्पतालों व चिकित्सा केंद्रों के प्रबंधकों व स्टाफ से भी आह्वान किया है कि वे कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान को किसी भी सूरत में उजागर ना करें। कहा गया है कि कोरोना संक्रमण का इलाज संभव है, ऐसे में इससे भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है बल्कि जागरूकता के साथ इस संक्रमण से बचा जा सकता है, परंतु जब मरीजों के नाम व उनकी पहचान उजागर की जाती है तो इससे समाज में बेवजह तनाव व भय का माहौल बनता है, साथ ही कोरोना संक्रमित मरीज का जीवन भी प्रभावित होता है, जिसे किसी भी दृष्टि से उचित नहीं कहा जा सकता।
 डॉक्टर हसीजा ने इस संबंध में सभी वर्गों से जागरूकता का परिचय देने का आह्वान करते कहा है कि कोरोना वायरस विरुद्ध मुहिम में इन त्रुटियों को सुधारें और ऐसे कदमों से बचें जिससे किसी को मानसिक आर्थिक या सामाजिक रूप से नुकसान हो सकता है।
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