Friday 29 May 2020

फरीदाबाद: कोरोना संक्रमण पर प्रशासन गंभीर, सूचना तंत्र को और बेहतर बनाने की तैयारी


फरीदाबाद, 29 मई। अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ विभाग राजीव अरोड़ा ने अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आकर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि लोगों को सीधे सूचनाएं प्राप्त करने के लिए एक अच्छा तंत्र विकसित किया जाए। प्रत्येक व्यक्ति को कहां पर जाकर टेस्ट करवाना है तथा प्राइवेट लैब कौन-कौन सी हैं और उनके क्या चार्जेज हैं, यह सब सूचनाएं पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त जिस भी व्यक्ति की जांच में संक्रमण पाया जाता है उसे फोन या संदेश के माध्यम से तुरंत अलग-थलग रहने के निर्देश दिए जाएं ताकि वह और लोगों में संक्रमण ना फैला सके। बैठक के दौरान यह भी निर्णय हुआ कि जिन व्यक्तियों में बीमारी के लक्षण नहीं आते हैं उन्हें अपने घर में अगर जगह है तो वहां, सामूहिक तौर पर अलग से बनाए गए स्थान पर अथवा अगर वह किसी होटल आदि में रहना चाहता है तो उसकी सुविधाएं भी की जाए तथा इन सभी के रेट निर्धारित कर दिए जाएं। ऐसे सभी व्यक्तियों की देखरेख लगातार की जाए और उसके लिए अधिकारियों की अलग से ड्यूटी लगाई जाए। प्राइवेट हॉस्पिटल्स को भी संक्रमित व्यक्तियों के इलाज की सुविधा देनी चाहिए और इस तरह के रोगियों के लिए आयुष्मान भारत के रेट के हिसाब से सरकार पैसा देगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव के द्वारा यह भी निर्देश दिए गए कि किसी व्यक्ति के संक्रमण ग्रस्त पाए जाने पर उसके आसपास के लोगों से संपर्क कर उन्हें अलग-थलग किया जाए और इसके लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाए। उनके द्वारा निर्देश दिए गए कि सभी तरह का डाटा ठीक ढंग से सभी पोर्टल पर डाला जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि डाटा में किसी तरह की कोई खामी ना हो और उसे लगातार अद्यतन किया जाए। उन्होंने कंटेनमेंट जोन के लिए भी अधिकारियों की अलग से जिम्मेदारी निर्धारित करने बारे कहा।
मंडल आयुक्त संजय जून ने बताया कि फरीदाबाद में सभी अधिकारियों की टीम एक चेन के रूप में कार्य कर रही है। जिला में पांच प्रकार की कमेटियां बनई गई हैं जो निरंतर जमीनी स्तर पर कार्य करेंगी तथा रिपोर्ट भी जल्द भेजना सुनिश्चित करेंगी। पुलिस आयुक्त केके राव ने पुलिस प्रबंधों से संबंधित तैयारियों के बारे में बताया। नगर निगम आयुक्त यश गर्ग ने बताया कि अब तक जिला में 5 हजार बेड्स की सुविधा तैयार की गई है, जिसे और बढ़ाया जा रहा है। इसके अलावा निगम कोविड संबंधी सभी एसओपी पर प्रो-एक्टिविली कार्य कर रहा है। साफ-सफाई व सैनिटाइज का कार्य निरंतर जारी है।
उपायुक्त यशपाल ने बताया कि जिला में दो बार डोर-टू-डोर सर्वे हुआ तथा उसमें मिले आईएलआई के पैसेंट की पहचान कर उनके कोविड टेस्ट करवाए गए। जिला में कंटेनमेंट की संख्या 59 है। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए पांच लेयर में कमेटियों का गठन किया गया है। शहरी क्षेत्र में करीब 4 लाख 50 हजार हाउसहोल्ड हैं। इस तहर 250 से 300 घरों का एक कलस्टर बनाया गया है, जिसमें बीएलओ स्तर पर बनाई गई लोकल कमेटियों को नियुक्त किया गया है। इस कलस्टर को एक वाट्सअप ग्रुप से भी जोड़ा गया है, ताकि सूचनाओं का आदान प्रदान जल्दी हो। एक व्यक्ति के पास सिर्फ 10 घरों की जिम्मेवारी सौंपी गई जो उनकी वास्तविक स्थिति के बारे में निरंतर अपडेट देता रहेगा। कंटेनमेंट जोन में व होम क्वारेंटाइन मरीजों तक जरूरी सेवाओं की आपूर्ति डोर पर ही की जाएगी। इन एरिया में जाने वाले वैंडर को सीमित रखा जाएगा तथा उसका रिकार्ड भी रखा जाएगा। एक सप्ताह में उसका रैपिड टेस्ट भी किया जाएाग। जिला संकट समन्वय की मीटिंग में निरंतर सभी बिंदुओं को अपडेट किया जाता है तथा जरूरी सुझाव के अनुसार तुरंत कार्यवाही अमल में लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि कैमिस्ट की दुकानों व प्राइवेट अस्पतालों से भी निरंतर आईएलआई के मरीजों की सूचना गूगल स्प्रैड शीट पर ली जा रही है।
इस अवसर पर आयुष्मान भारत हरियाणा के सीईओ अशोक कुमार मीणा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक प्रभजोत सिंह, एचएसवीपी के प्रशासक प्रदीप दहिया ईएसआई अस्पताल से डॉ० असीम दास, सिविल सर्जन फरीदाबाद, पलवल व नूंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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