Wednesday 17 February 2021

हरियाणा के पूर्व प्रान्त संघचालक पद्मभूषण श्री दर्शन लाल जैन का निधन



गुरुग्राम, 17 फरवरी (Repco News)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हरियाणा के पूर्व प्रान्त संघचालक पद्मभूषण श्री दर्शन लाल जैन का 8 फरवरी को 94 वर्ष की आयु में स्वर्गवास हो गया। श्री दर्शन लाल का जीवन एक आदर्श स्वयंसेवक, आदर्श प्रचारक, स्वतंत्रता सेनानी, समाज सेवी, संगठक और एक सैद्धांतिक योद्धा का प्रतीक रहा कहा जा सकता है। 15 साल की उम्र में उन्होंने भारत छोडो आंदोलन में भाग लिया। 1944 में संघ के स्वयंसेवक बने और अपनी शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात् उन्होंने पूर्णकालिक संघ प्रचारक के रूप में अपना जीवन समर्पित कर दिया। कुछ समय तक एक सफल प्रचारक के रूप में हिन्दू संगठन में भागीदारी करने के पश्चात् वो सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय हो गए और दर्शन लाल जी  के नाम से जाने लगे।

दर्शन लाल द्वारा संपन्न सभी प्रकार के सामाजिक कार्यों में सरस्वती शोध संस्थान के कार्य सराहनीय रहे।

सनातन काल में भारत भूमि पर अवतरित हुई पवित्र सरस्वती नदी कालांतर में लुप्त हो गयी। इस भूमिगत पवित्र प्रवाह को ढूंढने के लिए दर्शन लाल जी और उनके सहयोगियों ने वषों प्रयंत्र निरंतर परिश्रम किया और अंत में सफलता प्राप्त की। उनके प्रयासों से 21 अप्रैल 2014 को रूलाखेडी गांव में सरस्वती नदी की पहला धारा बही। सरस्वती को पुनजीर्वत करने के लिए दर्शन लाल जी ने दो दशक तक संघर्ष किया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में उनके कार्यों को आज भी सम्मान के साथ याद किया जाता है।

श्री दर्शन लाल अनेक सामाजिक संस्थाओं का ना केवल संरक्षण एवं मार्गदर्शन करते थे अपितु इनके लिए  यथासंभव आर्थिक सहायता भी करते रहते थे। वनवासी कल्याण आश्रम, भारत विकास परिषद् , अधिवक्ता परिषद् इत्यादि संस्थाओ की वर्षों पर्यन्त सेवा करते रहे, इनके संरक्षक के नाते, इसी तरह सेवा भारती, विद्या भारती, हिन्दू शिक्षा समिति जैसी शैक्षणिक  संस्थाओं को भी श्री दर्शन लाल का संरक्षण प्राप्त था। आपने सरस्वती विद्या मंदिर, जगाधरी (1954), डीएवी कॉलेज फॉर गर्ल्स , यमुनानगर, भारत विकास परिषद् हरियाणा, विवेकानंद रॉक मेमोरियल सोसाइटी, वनवासी कल्याण आश्रम हरियाणा, हिन्दू शिक्षा समिति हरयाणा, गीता निकेतन आवासीय विद्यालय, कुरुक्षेत्र और नंद लाल गीता विद्या मंदिर, अंबाला (1997) सहित  हरियाणा के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों की स्थापना की थी ।

श्री दर्शन लाल ने शिक्षा के क्षेत्र में अहम योगदान दिया। उन्होंने कई स्कूल भी खुलवाये। इतिहास के प्रति युवाओं में रूचि बढे इसके लिए पाठ्य पुस्तकें तैयार कराई, आप कई सामाजिक व् धार्मिक संस्थाओं से जुडे हुए थे। वर्ष 2019 में भारत सरकार की ओर से उन्हें समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट्ट कार्य के लिए पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

श्री दर्शन लाल अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड गए उनके परिवार में दो बेटे दीपक जैन जोकि फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज के महानिदेशक है और नीरज जैन, दो बेटियां गीता जैन व नीरा जैन, पोतिया नेहा, नूपुर, सुरलभ, द्रव्या, पोते मार्दव व अरिहंत जैन हैं।

पोस्ट शेयर करें, कमेन्ट बॉक्स में कमेन्ट करें

Author:

0 comments: