श्री नौनिहाल ने बताया कि वर्तमान में फ्री होल्ड नीति की जो घोषणा की गई है, वह वर्ष 2013-2014 में जारी की गई थी।
श्री नौनिहाल ने कहा कि उनके संगठन द्वारा तत्कालीन सरकार से जिले में एक समान रेट पर फ्री होल्ड की मांग रखी थी।
श्री नौनिहाल के अनुसार यदि एक ही क्षेत्र के बाजारों में फ्री होल्ड के रेट एक समान नहीं रहे तो व्यापारियों के लिए असमंजस की स्थिति पैदा हो जायेगी।
आपने बताया कि एनआईटी के 2 व 3 नंबर मार्केट की दुकानों के रेट कलेक्टर रेट से भी कम है जबकि इस क्षेत्र के व्यापारी एवम दुकानदार पिछले लगभग 50 साल से यही व्यापार चला रहे है।
श्री अजय नौनिहाल ने बताया कि यदि सरकार और नगर निगम एक नंबर मार्केट में स्थित सब्जी मंडी के दुकानदारों को 74000 रुपए में दुकान दे सकती है तो बाकी क्षेत्र की दुकानों को इस रेट के अनुपात से दुकानें फ्री होल्ड की स्कीम क्यों नहीं लागू करती?
आपका मानना है कि इस प्रभावी पग से जहां दुकानदारों को राहत मिलेगी, वहीं निगम एवम् सरकार को राजस्व प्राप्त होगा।
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