आईएमएसएमई आफ इंडिया के चेयरमैन श्री राजीव चावला ने श्री कुट़्टी को लिखे पत्र में कहा है कि दिल्ली व आस-पास क्षेत्रों में उद्योगों में डीजल जनरेटर सैटों पर लगाई गई रोक पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए।
श्री चावला के अनुसार फरीदाबाद और गुरूग्राम सहित दिल्ली में डीजल जनरेटर सैटों के उपयोग पर लगाई गई रोक से उद्योगों के समक्ष समस्याएं बढ़ी हैं। कहा गया है कि उद्योगों में डीजल जनरेटर सैटों का प्रयोग केवल एमरजैंसी में ही किया जाता है और वर्तमान परिवेश में जबकि डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं तो ऐसे में डीजल जनरेटर सैटों से बिजली उत्पादन कई गुणा महंगा है, जिसका कोई भी उद्योग पक्षधर नहीं है। श्री चावला ने पत्र में कहा है कि पिछले कुछ दिनों से वर्षा के कारण बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई है और इससे रेगुलर प्रोसैस के उद्योगों के समक्ष समस्याएं तो बढ़ी ही हैं साथ ही उद्योगों का उत्पादन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है जिसके चलते कई उद्योगों को आर्डर कैन्सलेशन संबंधी चेतावनी भी मिल चुकी है।
पत्र में अनुरोध किया गया है कि भारी वर्षा और दिल्ली में वीकएंड लॉक डाउन के दृष्टिगत एमरजैंसी स्थिति में जनरेटरों के प्रयोग की अनुमति प्रदान की जाए।
श्री चावला के अनुसार वास्तुस्थिति यह है कि दिल्ली में उद्योग पूरा सप्ताह भी काम नहीं कर पा रहे ऐसे में बिजली की आपूर्ति बाधित होने से उत्पादन प्रक्रिया पर नाकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। पत्र में आग्रह किया गया है कि जनरेटर सैटों पर लगाया गया बैन हटाया जाए ताकि उद्योग अपने व्यवसाय का सही संचालन कर सके।
श्री चावला ने विश्वास व्यक्त किया है कि एयर क्वालिटी मैनेजमेंट आयोग इस संबंध में अपने आदेशों पर पुनर्विचार करेगा और उद्योगहित में साकारात्मक निर्णय लिये जाएंगे।
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