Wednesday, 8 October 2025

गुरूग्राम में जलभराव की समस्या से निपटने के लिये ड्रेन प्रोजैक्ट की सराहना



गुरूग्राम, 7 अक्तूबर (रैपको न्यूज़)। गुडग़ांव इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एवं सुप्रसिद्ध उद्योग प्रबंधक श्री वी पी बजाज ने गुडग़ांव में वर्षा ऋतु में पिछले लंबे समय से चली आ रही समस्या से निपटने के लिये बनाई गई योजना पर जहां सुखद प्रतिक्रिया व्यक्त की है वहीं श्री बजाज का मानना है कि इस योजना को शीघ्र अमलीजामा पहनाया जाना चाहिए ताकि आगामी वर्षा ऋतु से पूर्व ही ऐसे प्रबंध किये जा सकें जिससे जलभराव संबंधी समस्या का सामना न करना पड़े।

श्री बजाज के अनुसार वर्तमान में गुरूग्राम में इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर जो समस्याएं सामने आ रही हैं वह निश्चित रूप से चिंताजनक हैं ऐसे में हर्ष का विषय है कि सरकार व प्रशासन ने जलभराव की समस्या को गंभीरता से लिया है और इसके लिये प्रभावी योजना तैयार की जा रही है।

श्री बजाज का मानना है कि जलभराव की समस्या से निपटने के लिये जो डे्रेनेज प्रोजैक्ट बनाया गया है वह निश्चित रूप से सही दिशा में सही कदम है परंतु इसके साथ-साथ आवश्यकता इस बात की है कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग जैसे प्रोजैक्टों पर भी ध्यान दिया जाए और इन्हें उन मार्गों व सडक़ों तक विस्तारित किया जाए जहां जलभराव की समस्या बनती है।

गुरूग्राम में सीवरेज समस्या पर अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री बजाज ने कहा है कि आवश्यकता इस बात की है कि आने वाले समस्या के अनुरूप सीवरेज की लाईनों का विस्तार किया जाए और नये कनैक्शन या मेन सीवर लाईन डालते हुए वर्तमान आवश्यकताओं की नहीं बल्कि भविष्य के लिये विशेषकर 25 वर्षीय योजनाओं की नीति के अनुरूप कार्य किया जाए। 

उल्लेखनीय है सरकार ने गुरुग्राम शहर में वर्षा के दौरान जलभराव की समस्या के समाधान के लिए नजफगढ़ ड्रेन के साथ-साथ एक अन्य वैकल्पिक योजना भी तैयार की जाएगी। इस योजना के तहत गुरुग्राम से पलवल जिले में यमुना तक एक नई ड्रेन तैयार होगी। यह ड्रेन गुरुग्राम से सोहना, नूंह जिला होते हुए पलवल तक जाएगी। 

केंद्रीय विद्युत व आवास एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल ने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाऊस में अधिकारियों की बैठक के दौरान यह जानकारी दी। बैठक में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह भी उपस्थित रहे। 

अब तक गुरुग्राम में वर्षा का पानी केवल नजफगढ़ ड्रेन के माध्यम से ही यमुना नदी में पहुंचता है लेकिन नजफगढ़ ड्रेन की भी एक क्षमता है। ऐसे में गुरुग्राम शहर की समस्या के स्थाई समाधान के लिए हमें नए विकल्पों पर काम करना होगा। पलवल जिले में यमुना तक नई ड्रेन एक प्रमुख विकल्प है। भारत सरकार की ओर से भी दिल्ली और गुरुग्राम में वर्षा जलभराव की समस्या के स्थाई समाधान के लिए नई परियोजना पर कार्य करने की सहमति है।


गुडग़ांव इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पूर्व कोषाध्यक्ष श्री विनोद गुप्ता का मानना है कि जलभराव की समस्या से निपटने के लिये सरकार की योजना निश्चित रूप से सराहनीय है और विश्वास व्यक्त किया जा सकता है कि इससे स्थाई रूप से जलभराव की समस्या से निजात मिल सकेगा।

श्री गुप्ता का सुझाव है कि औद्योगिक क्षेत्रों सहित आवासीय सैक्टर्स में सर्वे किया जाना चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि किन-किन क्षेत्रों में जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ता है और इसके पीछे वास्तविक कारण क्या है।

डे्रनेज संबंधी योजना पर विचार व्यक्त करते हुए श्री गुप्ता ने कहा है कि इससे केवल जल की निकासी का ही रास्ता ही नहीं बनेगा बल्कि आने वाले समय में जल के उपयोग की भी नई संभावनाओं पर योजनाएं बन सकती हैं। आपने स्पष्ट करते कहा है कि इसके साथ ही यदि शहर केे भीतरी क्षेत्रों में वर्षा के जल संग्रह हेतु विशेष व्यवस्था की जाए तो परिणाम और अधिक साकारात्मक सिद्ध हो सकते हैं। श्री गुप्ता का सुझाव है कि रेन वाटर हार्वेस्टिग, रैनी वैल, तालाब ऐसे प्रबंध हो सकते हैं जिनसे जलभराव की समस्या से तो निजात मिलेगा ही साथ ही जल संचय व एकत्रीकरण की राह भी प्रशस्त होगी जोकि समय की मांग है।

श्री गुप्ता ने विश्वास व्यक्त किया है कि सरकार की योजना रचनात्मक परिणाम लाएगी और इससे सभी वर्गों को लाभ मिलेगा।

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