Tuesday 18 December 2018

मॉरीशिस के राष्टरपति ने कहा - विश्व शांति के लिए पवित्र ग्रंथ गीता का ज्ञान जरुरी


चंडीगढ़। मॉरीशिस के कार्यवाहक राष्टपति श्री प्रामाशिव्यम पिल्लै वयापरे ने कहा कि विश्व शांति के लिए पवित्र ग्रंथ गीता का ज्ञान जरुरी है। इस पवित्र ग्रंथ गीता के एक-एक शब्द में मानवीय मुल्यों का सार निहित है। इस पवित्र ग्रंथ गीता का संदेश पूरे विश्व तक पहुंचे, इसका प्रयास हरियाणा सरकार द्वारा बखुबी किया जा रहा है। इस पवित्र ग्रंथ की महता को देखते हुए मॉरीशिस में फरवरी 2019 में गीता महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
मॉरीशिस के राष्टरपति प्रामाशिव्यम पिल्लै वयापरे अंतर्राष्टरीय गीता महोत्सव 2018 के उदघाटन सत्र और प्रदर्शनियों का अवलोकन करने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत की सरजमीं पर ही उनके पूर्वजों ने जन्म लिया, इस धरती के साथ उनका बहुत गहरा और पुराना सम्बन्ध है। इन सम्बन्धों को बरकरार रखने के साथ-साथ और सुदृढ़ करने का प्रयास किया जा रहा है। इस सरजमीं से उनके पूर्वज मॉरीशिस में जाकर बसे और मॉरीशिस में जाकर खुब मेहनत की, इस मेहनत के चलते ही आज मॉरीशिस एक खुशहाल देश बन चुका है, लेकिन मॉरीशिस में पवित्र ग्रंथ गीता के ज्ञान को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास अब सरकार द्वारा किया जाएगा। इन प्रयासों को सार्थक बनाने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अहम भूमिका रही है।
उन्होंने कहा कि मॉरीशिस की युवा पीढ़ी को अच्छी शिक्षा, संस्कार और मानवीय मुल्यों से आत्मसात करवाने के उदेश्य से ही फरवरी 2019 में गीता महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस पवित्र ग्रंथ गीता के ज्ञान से ही विश्व में शांति कायम की जा सकती है। हरियाणा के शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता भारत का गीत है, रीत है और प्रीत है। भारत न केवल विविधताओं का देश है, बल्कि इस देश को कभी पुस्तकों से समझा नहीं जा सकता। इसकी महान परम्पराओं को जीना पड़ता है, जिसके बाद देश की वास्तविक महत्व को समझने में सफलता मिलती है। गीता न केवल एक गीत है बल्कि ज्ञान, शंका और शंका का समाधान भी गीता में समाहित है।
उन्होंने अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव 2018 में भागीदारी देश मॉरीशिस और भागीदारी राज्य गुजरात से आए मेहमानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन मेहमानों को गीता महोत्सव का निमंत्रण दिया गया है और मॉरीशिस में फरवरी 2019 में भी गीता महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। राज्य सरकार के प्रयासों से आज पूरे विश्व में पवित्र ग्रंथ गीता का ज्ञान पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने श्री कृष्णा सर्किट के तहत कुरुक्षेत्र के पर्यन स्थलों के विकास के लिए 97.50 करोड़ रुपए का बजट उपलब्ध करवाया है। इससे कुरुक्षेत्र को देश की सांस्कृतिक राजधानी बनाने में सहायता मिलेगी। हमारी सरकार ने गीता को न केवल पाठयक्रम में शामिल किया बल्कि गीता को जन-जन तक पहुंचाने का भी भरसक प्रयास किया है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे है।
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