Thursday 25 April 2019

फरीदाबाद लोस : भाजपा, कांग्रेस, आप व बसपा समर्थक गोटियां फिट करने लगे


फरीदाबाद। फरीदाबाद संसदीय सीट से नामांकन प्रक्रिया पूर्ण होने उपरांत जहां विभिन्न दलों के प्रत्याशी अपना-अपना धड़ा मजबूत बनाने में जुट गये हैं वहीं कांग्रेस, भाजपा, बसपा, जजपा के उम्मीदवारों के समर्थक इस प्रयास में हैं कि किसी प्रकार जनसमर्थन की गेंद पाले में लाई जा सके।
जहां तक चुनावों में मुकाबले की बात है राजनीतिक भाजपा, कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला रहने व बसपा व जजपा-आप द्वारा निर्णायक भूमिका अदा करने की चर्चाएं राजनीतिक क्षेत्र में बनी हुई हैं।
भाजपा से श्री कृष्णपाल गुर्जर चुनाव मैदान में हैं और श्री गुर्जर का सबसे मजबूत पक्ष प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का नाम है। श्री गुर्जर के समर्थन में भाजपा विधायक व पार्षद भी एकजुटता से कार्य कर रहे हैं जबकि अपने समुदाय में भी उनकी गहरी पैठ है। जहां तक पंजाबी, राजपूत, ब्राह्मण वर्ग के समर्थन का प्रश्र है मौजूदा विधायकों के कारण श्री गुर्जर को समर्थन मिलने की उम्मीद है।
कांग्रेस उम्मीदवार श्री अवतार सिंह भड़ाना हालांकि अभी तक प्रत्यक्ष रूप से जनसम्पर्क अभियान में जुटे नहीं हैं परंतु पिछले कुछ दिनों में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को मनाने में उन्हें जो सफलता मिली है उससे कांग्रेस समर्थक काफी उत्साहित हैं। पूर्वमंत्री ए सी चौधरी व पूर्व विधायक आनंद कौशिक पहले से ही श्री भड़ाना के साथ चल रहे थे इसके तुरंत बाद चौधरी महेंद्रप्रताप, जे पी नागर, कर्ण दलाल भी श्री भड़ाना के पक्ष में एकजुट दिखाई दे रहे हैं। जहां तक विधायक श्री ललित नागर के समर्थन का प्रश्र है भड़ाना समर्थकों को विश्वास है कि आलाकमान व श्री भड़ाना के नजदीकी इस समस्या को भी समाप्त कर लेंगे।
जजपा व आप समर्थक उम्मीदवार नवीन जयहिंद आम आदमी पार्टी की दिल्ली में उपलब्धियों को मुख्य रूप से अपना एजेंडा बनाए हुए है। इसके साथ भाजपा व कांग्रेस विरूद्ध श्री अरविंद केजरीवाल की मुहिम व दिल्ली में मौजूदा सरकार की जनहित योजनाओं का लाभ भी श्री जयहिंद को मिलने की संभावना है।
बसपा उम्मीदवार श्री मनधीर सिंह मान जहां बसपा के वोट बैंक के कारण मजबूत स्थिति में हैं वहीं इनेलो के वोट बैंक का भी साथ उन्हें मिल रहा है।
यहां यह तथ्य विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि इनेलो की टिकट पर फरीदाबाद एनआईटी क्षेत्र से उम्मीदवार विधायक बने थे और एनआईटी क्षेत्र में इनेलो की एक विशेष वर्ग में पैठ रही है। यही स्थिति बसपा की है जो अपना एक अलग वोट बैंक बनाए हुए है जिससे मान समर्थकों में उत्साह है। नाम वापिसी उपरांत राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों में जनसम्पर्क व प्रचार अभियान बढऩा तय है, ऐसे में नए समीकरण किस उम्मीदवार के पक्ष में जाते हैं यह तो भविष्य ही बताएगा परंतु यह तय है कि फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र के उम्मीदवारों को सभी वर्गों का समर्थन लेना जरूरी होगा और इसी से उनकी नैया को किनारा मिल सकेगा।
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