गुरूग्राम (रैपको न्यूज प्रतिनिधि)। गुरूग्राम में पर्यावरण प्रदूषण के स्तर में सुधार लाने के उद्देश्य से नगर निगम द्वारा चलाए जा रहे ग्रेडिड रैस्पांस एक्शन प्लान (गै्रप) के तहत गतिविधियां लगातार जारी रही। मंगलवार को नगर निगम गुरूग्राम की बागवानी शाखा ने विभिन्न सडक़ों और पेड़ों पर पानी का छिडक़ाव किया, ताकि धूल को उडऩे से रोका जा सके। विशेष बात यह है कि छिडक़ाव के लिए सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट के उपचारित पानी का ही उपयोग किया जा रहा है। बागवानी शाखा द्वारा बसई चौक से उमंग भारद्वाज चौक, बीकानेर चौक से उमंग भारद्वाज चौक, बख्तावर चौक से हीरो होंडा चौक तथा हीरो होंडा चौक से बख्तावर चौक तक सडक़ों एवं पेड़ों पर पानी छिडक़ा गया।सडक़ों की मैकेनिकल सफाई : नगर निगम गुरूग्राम की सफाई शाखा द्वारा शहर की मुख्य सडक़ों की सफाई रात्रि के समय लगातार स्वीपिंग मशीनों के माध्यम से मैकेनिकल ढंग से की जा रही है। इस कार्य के लिए चार स्वीपिंग मशीने लगातार कार्यरत हैं। स्वीपिंग मशीनों द्वारा राजीव चौक से रेलवे स्टेशन, इफ्को चौक से आया नगर मैट्रो स्टेशन, स्टार मॉल से सैक्टर-45 रैडलाईट तथा मेदान्ता अस्पताल से बख्तावर चौक तक मैकेनिकल स्वीपिंग की गई। इसके अलावा, सार्वजनिक स्थान पर मलबा एवं कूड़ा डालने, बिना ढक़ी निर्माण सामग्री एवं कचरा ट्रांसपोर्टेशन, कचरा जलाने, पॉलीथीन आदि पर कार्रवाई करने के लिए गठित टीमें क्षेत्र में लगातार 24 घंटे नजर बनाए हुए हैं। निरीक्षण के दौरान बिना ढक़ी निर्माण सामग्री बेचने पर एक व्यक्ति का 5000 रूपए का चालान किया गया। इसके साथ ही तन्दूर में कोयला और लकड़ी जलाने वाले दो होटलों के 5-5 हजार रूपए के चालान किए गए, जबकि 5 अन्य को ऐसा ना करने की हिदायत दी गई।उल्लेखनीय है पर्यावरणीय प्रदूषण (रोकथाम और नियंत्रण) प्राधिकरण (इपीसीए) द्वारा गुरूग्राम सहित दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते हुए प्रदूषण के स्तर में सुधार लाने के उद्देश्य से ग्रैप के तहत सभी संबंधित विभागों को गतिविधियां चलाने बारे निर्देशित किया गया है। इन निर्देशों की पालना में नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त अमित खत्री ने विशेष टीमों का गठन करके ग्रैप के लिए अतिरिक्त निगमायुक्त सुरेन्द्र सिंह को नोडल अधिकारी बनाया है। गतिविधियों में मैकेनिकल स्वीपिंग को बढ़ावा देने, सडक़ों और पेड़ों पर पानी का छिडक़ाव करने, ज्यादा धूल वाली सडक़ों को चिन्हित करके धूल उडऩे से रोकने के प्रबंध करने, कोयला और लकड़ी जलाने वाले होटलों और अन्य संस्थानों को ऐसा करने से रोकने, निर्माण प्रोजैक्ट में पर्यावरण नियमों की अवहेलना करने वालों का चलान करने, सडक़ निर्माण, स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज तथा सीवरेज लाईन निर्माण में पर्यावरण नियमों की पालना सुनिश्चित करवाने, रबड़/प्लास्टिक/कपड़ा आदि कचरे को जलाने पर प्रतिबंध लगाने, कचरा जलाने और बायोमास जलाने वालों को रोकने के लिए टीमों का गठन करने, ठोस कचरा ले जाने वाले वाहनों को पर्याप्त रूप से कवर करवाने, कचरा सैंटरों से समयबद्ध कचरा उठान करने, रात्रि में नियमों की अवहेलना करने वालों पर अंकुश लगाने के लिए नाईट पैट्रोलिंग बढ़ाने, विभिन्न स्थानों पर पड़े कचरे और मलबे को उठाने, सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर अंकुश लगाने, निर्माण गतिविधियों को रोकने तथा पार्किंग फीस में बढ़ौतरी करने आदि गतिविधियां शामिल हैं। नगर निगम आयुक्त अमित खत्री ने गुरूग्राम के नागरिकों से आह्वान किया कि वे कोई भी ऐसी गतिविधि ना करें, जिससे पर्यावरण प्रदूषण हो। यह शहर हम सभी का है और इसे बेहतर बनाने में हम सभी को योगदान देना चाहिए। अगर कोई दूसरा व्यक्ति भी आग जलाने या अन्य किसी प्रकार की प्रदूषण गतिविधि करता है, तो उसे रोकें तथा उसके बारे में जिला प्रशासन या नगर निगम को सूचित करें। उल्लंघनकर्ता के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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