Wednesday 22 April 2020

पृथ्वी दिवस पर अपने आसपास कम से कम एक पौधा अवश्य लगाएं : राणा


फरीदाबाद। सर्व गुरुद्वारा कमेटी फरीदाबाद के महासचिव व पंजाबी सेवादल फरीदाबाद के संरक्षक रविंद्र सिंह राणा ने विश्व पृथ्वी दिवस पर जहां प्रदेशवासियों को बधाई दी है, वहीं श्री राणा ने कहा है कि वर्तमान में जबकि कोरोना वायरस जैसी महामारी ने मानवता को खतरे में डाला हुआ है, जो ईश्वर की ओर से मानव को यही संदेश है कि वह प्रकृति से जुड़ा रहे।
स. राणा के अनुसार पृथ्वी दिवस के अवसर पर सभी धर्मों, जातियों व संप्रदाय के लोगों को संकल्प लेना होगा कि वह प्राकृतिक की सुरक्षा के लिए ना केवल स्वयं कार्य करेंगे, बल्कि अपने परिवार व समाज को इस हेतु प्रोत्साहित करेंगे।

स. राणा ने प्रसिद्ध पंजाबी कवि शिव कुमार बटालवी की कविता की पंक्तियां याद करते कहा है कि वास्तव में वृक्ष हमारे परिजन है जो विपरीत परिस्थितियों में भी बिना कुछ मांगे हमें जीवन देते रहते हैं। उल्लेखनीय है कि शिव कुमार बटालवी ने अपनी कविता में कहा है कि :
कुछ रुख मैनू पुत् लगदे ने
कुछ लगदे नी मैनू मावा
कुछ रुख नुआ धिया लगदे
कुछ रुख वांग भरावां
सरदार रविंद्र सिंह राणा ने समाज के सभी वर्गों से आह्वान किया है कि वे ना केवल अधिकाधिक पौधे लगाएं बल्कि उनकी सुरक्षा के लिए भी कदम उठाएं। यही नहीं आपने क्षेत्रवासियों से आग्रह किया है कि अपने घरों के आसपास जो पौधे लगे हुए हैं, उन्हें नियमित रूप से पानी दे जिससे ना केवल इन पौधों का विकास हो सकेगा, बल्कि इन पौधों को बढ़ता देख हम स्वयं भी वह आत्मिक शांति प्राप्त कर सकेंगे जिसके लिए हम वह कार्य करते हैं जिन्हें सेवा व पुण्य के कार्यों की श्रेणी में रखा जाता है।
इधर पंजाबी सेवादल फरीदाबाद के महासचिव सरदार नरेंद्र सिंह कंग ने भी सभी वर्गों से पृथ्वी दिवस पर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेने का आह्वान किया है।
सरदार कंग ने बताया कि पंजाबी सेवा दल ने बड़े स्तर पर पौधारोपण किया और अर्थ डे पर भी पौधारोपण संबंधी कार्यक्रम की योजना तैयार की गई थी, परंतु सोशल डिस्टेंस के सिद्धांतों को अमल में लाते हुए इसे स्थगित कर दिया गया।
एडवोकेट कंग ने पंजाबी सेवा दल के समस्त कार्यकर्ताओं व समाज के लोगों से आग्रह किया है कि वे अपने आसपास अर्थ डे को समर्पित एक पौधा अवश्य लगाएं, ताकि हम अपनी भावी पीढ़ियों को स्वच्छ व हरित पर्यावरण दे सकें।
पोस्ट शेयर करें, कमेन्ट बॉक्स में कमेन्ट करें

Author:

0 comments: