फरीदाबाद 21 मई। प्रमुख उद्योग प्रबंधक श्री योगी नागपाल ने केंद्र सरकार से आर्थिक सुधार के लिए बनाई जा रही नीतियों का जहां स्वागत किया है, वहीं श्री नागपाल ने एमएसएमई उद्योगों की परिभाषा में परिवर्तन व उनसे जुड़ी नीतियों में जो संशोधन किए है उससे उद्योगों को नई दिशा मिलेगी।
श्री नागपाल ने विश्वास व्यक्त किया है कि सरकार द्वारा उद्योगों के पुर्नगठन के लिए जो प्रभावी पग उठाए जा रहे है, उससे भविष्य में उद्योगों के लिए नई सम्भावनाएं बनेगी।
श्री नागपाल के अनुसार केंद्र ने टेंडर प्रक्रिया में जो बदलाव किए है उनसे देश में मंद पड़ी औद्योगिक विकास की गति को भी तीव्रता मिलेगी।
श्री नागपाल ने बताया कि नई नीति के लागू होने उपरांत वे टेंडर भी एमएसएमई को मिलने की उम्मीदें बढ़ेंगी जिन्हें बड़े उद्योग साख तथा कैपिटल निवेश के कारण ले जाते थे।
श्री नागपाल विश्वास व्यक्त किया है कि नई एफ डी आई नीति के तहत विदेशी निवेशकों को भारतीय लघु एवम् माध्यम उद्योगों के साथ सुनिश्चित भागीदारी के फैसले को लागू किए जाने से स्वदेशी उद्योगों को नई तकनीक, गति तथा पहचान मिलेगी जो भारतीय उद्योगों को विश्व स्तरीय बनने में सहायक होगी।
श्री नागपाल ने विश्वास व्यक्त किया है कि सरकार द्वारा उद्योगों के पुर्नगठन के लिए जो प्रभावी पग उठाए जा रहे है, उससे भविष्य में उद्योगों के लिए नई सम्भावनाएं बनेगी।
श्री नागपाल के अनुसार केंद्र ने टेंडर प्रक्रिया में जो बदलाव किए है उनसे देश में मंद पड़ी औद्योगिक विकास की गति को भी तीव्रता मिलेगी।
श्री नागपाल ने बताया कि नई नीति के लागू होने उपरांत वे टेंडर भी एमएसएमई को मिलने की उम्मीदें बढ़ेंगी जिन्हें बड़े उद्योग साख तथा कैपिटल निवेश के कारण ले जाते थे।
श्री नागपाल विश्वास व्यक्त किया है कि नई एफ डी आई नीति के तहत विदेशी निवेशकों को भारतीय लघु एवम् माध्यम उद्योगों के साथ सुनिश्चित भागीदारी के फैसले को लागू किए जाने से स्वदेशी उद्योगों को नई तकनीक, गति तथा पहचान मिलेगी जो भारतीय उद्योगों को विश्व स्तरीय बनने में सहायक होगी।
0 comments: