फरीदाबाद, 5 जून। आयुक्त फरीदाबाद मंडल संजय जून ने कहा कि कोरोना पर नियंत्रण व इससे सुरक्षा के लिए अधिकतम संसाधन तैयार करने होंगे, तभी इसके खिलाफ मजबूती से लड़ा जा सकेगा। सरकारी व प्राइवेट तंत्र मिलकर कार्य करें तथा अधिकतम संसाधन जुटाएं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर मरीजों को हरसंभव मदद पहुंचाई जा सके।
आयुक्त लघु सचिवालय के सभागार में स्वास्थ्य विभाग व शहर के प्राइवेट अस्पताल के डाक्टर्स से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन अस्पतालों को 25 प्रतिशत बेड कोविड-19 के मरीज के लिए आरक्षित रखने होंगे। आवश्यकता पड़ने पर यह संख्या बढ़ाई भी जा सकती है। जिला प्रशासन कुछ अन्य स्थानों व भवनों को कोविड केयर सेंटर के रूप में विकसित कर रहा है। प्राइवेट अस्पताल इन सेंटर में भी अपना स्टाफ डीप्युट कर आवश्यक सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के लिए तैयार सभी प्रकार की तैयारियों व प्रबंधों की क्षमता का विस्तार कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के लिए सरकार की ओर से प्राप्त गाइडलाइन के अनुसार मरीज को घर, कोविड केयर सेंटर व अस्पताल में रखा जा सकता है। अगर मरीजों की संख्या अधिक होती है तो अस्पतालों में बेड्स की संख्या, ऑक्सीजन सिलेंडरों का प्रबंध भी कर लिया जाए। मरीज की अवस्था गंभीर होने की स्थिति में ही उसे अस्पताल में दाखिल किया जाए, अन्यथा जिस मरीज में सिम्टम नहीं हैं, तो उसे जो दवाई लेनी है व सावधानी बरतनी हैं, वह घर पर भी आइसेलेशन में रहकर कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इस समय लोगों को भी अधिक जागरूकता से रहना होगा तथा सभी कोविड के संक्रमण को रोका जा सकता है। आयुक्त यश गर्ग व उपायुक्त यशपाल ने कहा कि कोरोना की लड़ाई में प्राइवेट अस्पताल भी आगे आएं तथा अपनी हरसंभव तैयारी रखें। उन्होंने सभी अस्पतालों में बेड की संख्या व अन्य जरूरी सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। प्राइवेट अस्पतालों की ओर से भी इस संबंध में सुझाव व परामर्श दिए गए। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ० कृष्ण कुमार, उप सिविल सर्जन डॉ० रामभगत व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
आयुक्त लघु सचिवालय के सभागार में स्वास्थ्य विभाग व शहर के प्राइवेट अस्पताल के डाक्टर्स से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन अस्पतालों को 25 प्रतिशत बेड कोविड-19 के मरीज के लिए आरक्षित रखने होंगे। आवश्यकता पड़ने पर यह संख्या बढ़ाई भी जा सकती है। जिला प्रशासन कुछ अन्य स्थानों व भवनों को कोविड केयर सेंटर के रूप में विकसित कर रहा है। प्राइवेट अस्पताल इन सेंटर में भी अपना स्टाफ डीप्युट कर आवश्यक सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के लिए तैयार सभी प्रकार की तैयारियों व प्रबंधों की क्षमता का विस्तार कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के लिए सरकार की ओर से प्राप्त गाइडलाइन के अनुसार मरीज को घर, कोविड केयर सेंटर व अस्पताल में रखा जा सकता है। अगर मरीजों की संख्या अधिक होती है तो अस्पतालों में बेड्स की संख्या, ऑक्सीजन सिलेंडरों का प्रबंध भी कर लिया जाए। मरीज की अवस्था गंभीर होने की स्थिति में ही उसे अस्पताल में दाखिल किया जाए, अन्यथा जिस मरीज में सिम्टम नहीं हैं, तो उसे जो दवाई लेनी है व सावधानी बरतनी हैं, वह घर पर भी आइसेलेशन में रहकर कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इस समय लोगों को भी अधिक जागरूकता से रहना होगा तथा सभी कोविड के संक्रमण को रोका जा सकता है। आयुक्त यश गर्ग व उपायुक्त यशपाल ने कहा कि कोरोना की लड़ाई में प्राइवेट अस्पताल भी आगे आएं तथा अपनी हरसंभव तैयारी रखें। उन्होंने सभी अस्पतालों में बेड की संख्या व अन्य जरूरी सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। प्राइवेट अस्पतालों की ओर से भी इस संबंध में सुझाव व परामर्श दिए गए। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ० कृष्ण कुमार, उप सिविल सर्जन डॉ० रामभगत व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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