गुरूग्राम, 22 जून (रैपको न्यूज)। पीएचडी चैम्बर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के पूर्व प्रधान एवं गुडग़ांव चैम्बर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के संस्थापक प्रधान श्री पी के जैन ने कोरोना संक्रमण के कारण अर्थव्यवस्था पर पड़े प्रभाव पर जहां चिंता व्यक्त की है वहीं श्री जैन का मानना है कि भारतीय उद्यमी, व्यापारी व व्यवसायी वर्ग अपनी कर्म भावना तथा कार्य के प्रति समर्पण भाव व इच्छाशक्ति से इस संकट के दौर से भी उबरने में सफल रहेगा।
श्री जैन के अनुसार इससे पहले भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई बार अर्थव्यवस्थाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं और भारत पर भी इसका प्रभाव पड़ा परंतु उक्त गुणों के कारण हमने चुनौतियों पर काबू पा लिया इसलिए वर्तमान परिस्थिति से भयभीत होने की बजाय हमें नये परिवेश के अनुरूप कार्य में समर्पित होना होगा और नये उत्साह के साथ इस चुनौती का सामना करना होगा।
श्री जैन का मानना है कि भारतीय व्यवस्था में यह गुण हैं कि हमने सदैव चुनौतियों को एक अवसर माना और आगे बढ़ते चले गये। आवश्यकता इस बात की है कि अब भी हम इसी के अनुरूप कार्य करें ताकि विश्व स्तर पर एक मजबूत अर्थव्यवस्था को सिद्ध किया जा सके।
श्री जैन के अनुसार इससे पहले भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई बार अर्थव्यवस्थाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं और भारत पर भी इसका प्रभाव पड़ा परंतु उक्त गुणों के कारण हमने चुनौतियों पर काबू पा लिया इसलिए वर्तमान परिस्थिति से भयभीत होने की बजाय हमें नये परिवेश के अनुरूप कार्य में समर्पित होना होगा और नये उत्साह के साथ इस चुनौती का सामना करना होगा।
श्री जैन का मानना है कि भारतीय व्यवस्था में यह गुण हैं कि हमने सदैव चुनौतियों को एक अवसर माना और आगे बढ़ते चले गये। आवश्यकता इस बात की है कि अब भी हम इसी के अनुरूप कार्य करें ताकि विश्व स्तर पर एक मजबूत अर्थव्यवस्था को सिद्ध किया जा सके।
0 comments: