फरीदाबाद 27 जून (रैपको न्यूज़)। इंडियन डेंटल एसोसिएशन फरीदाबाद ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर फरीदाबाद में कार्यरत डेंटल सर्जन तथा मरीजों के लिए गाइडलाइन जारी की है।
डेंटल एसोसिएशन द्वारा जारी नोटिस के अनुसार फरीदाबाद में कोरोना संक्रमण के वर्तमान परिवेश में डेंटल सर्जन के लिए स्थिति काफी जोखिम पूर्ण बन सकती है।
आईडीए ने अपनी गाइडलाइन में स्पष्ट कहा है कि इस संबंध में मरीजों तथा ट्रीटमेंट से जुड़े चिकित्सकों संक्रमण को रोकने के लिए ठोस व प्रभावी कदम उठाने होंगे।
कहा गया है कि दंत चिकित्सा वास्तव में सबसे जोखिम का कार्य है, क्योंकि इलाज के दौरान कोरोना संक्रमण से चिकित्सक के प्रभावित होने की काफी संभावनाएं हैं। आईडीए फरीदाबाद की अध्यक्ष डॉक्टर अंशु खाशु के अनुसार कोरोना का संक्रमण प्रत्यक्ष रूप से मूंह व लार से फैलता है जिससे बचने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे।
आईडीए प्रधान ने बताया कि इस संबंध में विशेष रूप से निर्देश दिए गए हैं कि मरीज आने से पूर्व अपनी अपॉइंटमेंट ले और उसके साथ ही अपने मेडिकल रिकॉर्ड की पूरी जानकारी चिकित्सक को प्रदान करें। इस संबंध में चिकित्सकों से भी कहा गया है कि वे अपने फोन में आरोग्य सेतु एप जरूर इंस्टॉल करें।
डॉ अंशु ने मरीजों से भी आह्वान किया है कि वे अपने घर से सीधा स्वच्छ कपड़ों में अपने डेंटल फिजिशियन के पास पहुंचे और वहां से सीधे अपने घर जाएं ताकि संक्रमण की संभावना न्यूनतम स्तर पर रहें।
आईडीए के सचिव डॉ इंद्रजीत सिंह राणा ने जानकारी दी कि चिकित्सकों तथा मरीजों को हाइजीनिक प्रोटोकॉल की पालना के लिए स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। आपने बताया कि मरीज के साथ अटेंडेंट को किसी भी स्थिति में अनुमति नहीं दी जाएगी। यदि कोई अटेंडेंट आता है तो वह अपनी कार में या क्लीनिक के बाहर इंतजार कर सकता है।
डॉ राणा के अनुसार इसके साथ ही बुजुर्गो व बच्चों की डेंटल क्लीनिक में प्रवेश की अनुमति आकस्मिक स्थिति को छोड़कर नहीं होगी।
आई डी ए के कोषाध्यक्ष डॉक्टर कुलभूषण शर्मा के अनुसार कोरोना संक्रमण वास्तव में एक गंभीर समस्या है जिससे बचने के लिए चिकित्सकों तथा मरीजों को सुरक्षा मानकों पर विशेष रूप से ध्यान देना होगा। इसके साथ ही डॉक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि वे कॉस्मेटिक सर्जरी से बचे और वेटिंग रूम में सोशल डिस्टेंस पर ध्यान दें।
आईडीए द्वारा सभी डॉक्टरों के लिए सुरक्षा मानकों को अपनाना आवश्यक करार दिया गया है इसके साथ ही मरीजों से भी आहवान किया गया है कि वे चिकित्सकों को पूर्ण सहयोग दें तथा कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान दें।
डेंटल एसोसिएशन द्वारा जारी नोटिस के अनुसार फरीदाबाद में कोरोना संक्रमण के वर्तमान परिवेश में डेंटल सर्जन के लिए स्थिति काफी जोखिम पूर्ण बन सकती है।
आईडीए ने अपनी गाइडलाइन में स्पष्ट कहा है कि इस संबंध में मरीजों तथा ट्रीटमेंट से जुड़े चिकित्सकों संक्रमण को रोकने के लिए ठोस व प्रभावी कदम उठाने होंगे।
कहा गया है कि दंत चिकित्सा वास्तव में सबसे जोखिम का कार्य है, क्योंकि इलाज के दौरान कोरोना संक्रमण से चिकित्सक के प्रभावित होने की काफी संभावनाएं हैं। आईडीए फरीदाबाद की अध्यक्ष डॉक्टर अंशु खाशु के अनुसार कोरोना का संक्रमण प्रत्यक्ष रूप से मूंह व लार से फैलता है जिससे बचने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे।
आईडीए प्रधान ने बताया कि इस संबंध में विशेष रूप से निर्देश दिए गए हैं कि मरीज आने से पूर्व अपनी अपॉइंटमेंट ले और उसके साथ ही अपने मेडिकल रिकॉर्ड की पूरी जानकारी चिकित्सक को प्रदान करें। इस संबंध में चिकित्सकों से भी कहा गया है कि वे अपने फोन में आरोग्य सेतु एप जरूर इंस्टॉल करें।
डॉ अंशु ने मरीजों से भी आह्वान किया है कि वे अपने घर से सीधा स्वच्छ कपड़ों में अपने डेंटल फिजिशियन के पास पहुंचे और वहां से सीधे अपने घर जाएं ताकि संक्रमण की संभावना न्यूनतम स्तर पर रहें।
आईडीए के सचिव डॉ इंद्रजीत सिंह राणा ने जानकारी दी कि चिकित्सकों तथा मरीजों को हाइजीनिक प्रोटोकॉल की पालना के लिए स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। आपने बताया कि मरीज के साथ अटेंडेंट को किसी भी स्थिति में अनुमति नहीं दी जाएगी। यदि कोई अटेंडेंट आता है तो वह अपनी कार में या क्लीनिक के बाहर इंतजार कर सकता है।
डॉ राणा के अनुसार इसके साथ ही बुजुर्गो व बच्चों की डेंटल क्लीनिक में प्रवेश की अनुमति आकस्मिक स्थिति को छोड़कर नहीं होगी।
आईडीए द्वारा सभी डॉक्टरों के लिए सुरक्षा मानकों को अपनाना आवश्यक करार दिया गया है इसके साथ ही मरीजों से भी आहवान किया गया है कि वे चिकित्सकों को पूर्ण सहयोग दें तथा कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान दें।
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