फरीदाबाद 14 जुलाई। एसओएस चिल्ड्रन विलेज फरीदाबाद के छात्र सुप्रिया, अविनाश, काजल सिंह और सागर थापा ने सीबीएसई क्लास में क्रमशः 96.6% मानविकी में, साइंस स्ट्रीम में 93.4%, कॉमर्स स्ट्रीम में 92.4% और 83% आर्ट में स्कोर करके शहर को गौरवान्वित किया है।
एसओएस चिल्ड्रन विलेजेज ऑफ़ इंडिया के महासचिव श्री सुदर्शन सुचि ने छात्रों को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए कहा, "कि हमारे बच्चों को अच्छा करते हुए देखना अच्छा लगता है। हमें अपने चार बच्चों को उनकी कक्षा 12 वीं की परीक्षा में 80% से अधिक हासिल करने पर गर्व है।। निश्चित रूप से जो उन्होंने कठिन परिश्रम के लिए जो प्रयास किये है उसके लिए भी वह बधाई के पात्र है। मैं उन अथक प्रयासों को भी स्वीकार करना चाहता हूं जो उनकी एसओएस माताओं ने लगाए हैं। बच्चो के साथ उनकी मेहनत भी सराहनीय है ।मैं अन्य सभी बच्चों को भी उनकी सफलताओं के लिए बधाई देना चाहता हूं। यह हमारी दिली इच्छा है कि वे ऊँची उड़ान भरते रहें, और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि काश सभी बच्चों को एक प्यार करने वाली माँ की देखभाल प्राप्त हो, ताकि वे ऊंचाइयों पर पहुंचे।
एसओएस चिल्ड्रन विलेजेज ने सभी बच्चों को उनके सर्वोत्तम हित के लिए अकादमिक मेंटर काउंसलिंग, मॉडल टेस्ट पेपर, मॉक टेस्ट परीक्षा, काउंसलिंग, और ट्यूशन कक्षाओं के माध्यम से अतिरिक्त सहायता प्रदान की थी।
एसओएस चिल्ड्रन विलेजेज ऑफ़ इंडिया के महासचिव श्री सुदर्शन सुचि ने छात्रों को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए कहा, "कि हमारे बच्चों को अच्छा करते हुए देखना अच्छा लगता है। हमें अपने चार बच्चों को उनकी कक्षा 12 वीं की परीक्षा में 80% से अधिक हासिल करने पर गर्व है।। निश्चित रूप से जो उन्होंने कठिन परिश्रम के लिए जो प्रयास किये है उसके लिए भी वह बधाई के पात्र है। मैं उन अथक प्रयासों को भी स्वीकार करना चाहता हूं जो उनकी एसओएस माताओं ने लगाए हैं। बच्चो के साथ उनकी मेहनत भी सराहनीय है ।मैं अन्य सभी बच्चों को भी उनकी सफलताओं के लिए बधाई देना चाहता हूं। यह हमारी दिली इच्छा है कि वे ऊँची उड़ान भरते रहें, और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि काश सभी बच्चों को एक प्यार करने वाली माँ की देखभाल प्राप्त हो, ताकि वे ऊंचाइयों पर पहुंचे।
एसओएस चिल्ड्रन विलेजेज ने सभी बच्चों को उनके सर्वोत्तम हित के लिए अकादमिक मेंटर काउंसलिंग, मॉडल टेस्ट पेपर, मॉक टेस्ट परीक्षा, काउंसलिंग, और ट्यूशन कक्षाओं के माध्यम से अतिरिक्त सहायता प्रदान की थी।
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