Wednesday 29 July 2020

निर्यात उद्योग की समस्याएं एवं परेशानियां बरकरार : नरेंद्र अग्रवाल


फरीदाबाद 29 जुलाई (रैपको न्यूज़)। कोविड-19 के कारण देश को बचाने के लिए किए गए लॉकडाउन से देश का औद्योगिक एवं व्यापार 7 से 8 वर्ष पीछे चला गया है, इसको जल्द से जल्द सामान्य हालत में लाने के लिए सरकार, प्रशासन, सामान्य व्यक्ति, उद्योग प्रबंधकों, श्रम शक्ति सहित सभी वर्गों को एकजुट होकर ईमानदारी के साथ देशभक्ति की भावना से उसी प्रकार कार्य करना होगा। जैसे आजादी की लड़ाई में सभी वर्ग एकजुट होकर कार्य कर रहे थे।
फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के उपप्रधान श्री नरेंद्र अग्रवाल ने एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि गारमेंट एक्सपोर्ट उद्योग जून में 60% उत्पादन तक पहुंच गया था परंतु जुलाई में सिर्फ 40% तक आ गया है, उसका कारण यह है कि विदेशों में गर्मी के सीजन के लिए जो वस्त्र तैयार होने थे, वह हो चुके हैं, अब नए आर्डर की तलाश होगी।
श्री अग्रवाल ने कहा कि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सबसे बड़ी बाधा यह है कि जिस उत्पाद की कीमत विदेशी बाजार में मान लीजिए ₹100 होती है वह हमारे देश में 115 रुपए में तैयार होता है इसलिए हमारे पास वही ग्राहक आते हैं जो महंगा उत्पाद खरीदने को मजबूर होते हैं।
अधिक लागत का कारण बताते श्री अग्रवाल ने कहा कि वेतन महंगा है, बिजली महंगी है,श्रमिक पूरा काम नहीं करते, जिसके कारण श्रम की लागत बढ़ जाती है।
आपने कहा कि अनलॉक का दूसरा चरण भी पूरा हो गया है, परंतु पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद रहने और कोविड-19 के कारण निजी ट्रांसपोर्ट पर लगी पाबंदी या संस्थानों में श्रमिकों का आना महंगा कर रहे हैं। ऐसे में औद्योगिक संस्थानों की व्यवस्था यह है कि उन्हे बढ़ी हुई लागत सहन करनी ही पड़ती है अथवा कर्मचारियों की कमी का सामना करना पड़ सकता है।
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