Wednesday 26 August 2020

सिम को 3 जी से 4 जी मे अपग्रेड करने का देते थे झांसा, बैंक अकांउट साफ करते थे आरोपी



फरीदाबाद, 26 अगस्त (Repco News)। साइबर अपराध शिकायत शाखा ने एक बहुत ही बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है जो कि लोगो को काल कर अपने आप को टेलीकाॅम कम्पनी का कर्मचारी बता कर लोगों के सिम कार्ड को 3 जी से 4 जी मे अपग्रेड करने का झांसा देकर उनके अकांउट से पैस निकालने की वारदात को अंजाम देते थे।

श्रीमती धारणा यादव ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आरोपीयो ने पीडित मुनीश कुमार जैन निवासी केनवुड टावर, चार्मवुड विलेज, फरीदाबाद से इसी तरह झांसा देकर अलग-2 बैंक खातों में करीब 2,30,000/- रु. धोखाधडी से निकाल लिए थे। जिस पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ दिनांक 24 जुलाई 2020 धारा 406,419,420,380, 467, 471, 120बी भा.द.स. के तहत थाना सुरजकुंड मे 356 न० मुकदमा में दर्ज किया था।

वारदात पर संज्ञान लेते हुए पुलिस कमिश्नर श्री ओपी सिंह ने आरोपियो को जल्द पकड सलाखों के पीछे भेजने के निर्देश दिए थे।

श्री मकसूद अहमद, पुलिस उपायुक्त अपराध के मार्गदर्शन मे श्री अनिल यादव सहायक पुलिस आयुक्त, अपराध की देखरेख मे निरीक्षक बसन्त कुमार, प्रभारी साईबर अपराध शाखा, फरीदाबाद के नेतृत्व में अनुसंधान अधिकारी उप निरीक्षक राजेश  कुमार व उप निरीक्षक योगेश  कुमार, स.उ.नि. बाबूराम, स.उ.नि. सत्यवीर, मु.सि. दिनेश  कुमार,  मु.सि. नरेन्द्र कुमार, सिपाही  अंशुल, की एक टीम का गठन किया।

उपरोक्त साईबर टीम ने अपने सूत्रों व आधुनिक तकनीक का प्रयोग व  मेहनत से अपनी जान का जोखिम उठाते हुए अपराधियो को नक्सलाईट ऐरिया जामताडा, गिरडी और देवघर से गिरफतार करने में सफलता हासिल की।

श्रीमती धारणा यादव ने बताया कि आरोपी टेलीकाम कम्पनी के कर्मचारी बनकर लोगो के पास काल करते थे और उनकी सिम को 3 जी से 4 जी व एडवांस 5जी कम्पीटिबल सिम मे अपग्रेड करने का झांसा देते थे।

उसके बाद आरोपी लोगों को उनकी सिम कार्ड नंबर से अपनी बलैक सिम का IMSI  नंबर कस्टमर केयर नंबर पर भेजने को कहते थे। लोगों के सिम कार्ड को अपनी सिम पर एक्टिवेट कर आई.फोन व लिंक बैक अकांउट को हैक कर नेट बैंकिग के जरिए उनके खाता से पैसे निकाल लेते थे।

इंस्पेक्टर बसंत प्रभारी साइबर अपराध शिकायत शाखा ने बताया कि नेट बैंकिंग के जरिए खातों को चलाने के लिए रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर की जरूरत होती है तो आरोपी  लोगों के मोबाइल नंबर को अपनी सिम पर चालू करा लेते थे ताकि वह ओटीपी अपने मोबाइल फोन पर मंगा सके और आसानी से पैसे निकाल सकें।

एक मोबाइल नंबर को दूसरे सिम पर चालू कराने के लिए पहले से ही चालू सिम के द्वारा कस्टमर केयर के नंबर पर ब्लैंक सिम के आई एम एस आई नंबर मैसेज किये जाते है जिस पर पुरानी सिम कार्ड नंबर बंद हो कर नई सिम कार्ड पर चालू हो जाते हैं।

ऐसा करने के लिए आरोपी टेलीकॉम कंपनी के कर्मचारी बनते थे और लोगों को 4जी और 5G सिम कार्ड अपग्रेड कराने का झांसा देते थे।

इसी तरह आरोपियों ने अपने आप को ऐयरटेल टेलीकाम कम्पनी का कर्मचारी बनकर काल की व सिम को अपग्रेड करने का झांसा देकर उपरोक्त पीडित के ICICI  के बैंक अकांउट से धोखाधडी से 2,30,000/- रूपये निकाल लिए थे।

 गिरफ्तार आरोपियों में सौरव पंजाब, अजय झारखंड, भरत झारखंड, शत्रुधन मंडल झारखंड, नरेन्द्र कुमार, झारखंड शामिल हैं।

साईबर सैल उपरोक्त आरोपियों को बिहार गिरफ्तार कर, आरोपियों से ₹ 1,25,000/ नकद  व 12 मोबाईल फोन व सिम कार्ड बरामद कर, आरोपियों को अदालत में पेश कर नीमका जेल भेजा गया है।

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