Monday, 14 December 2020

कोविड-19 ने व्यवसाय करने की पारम्परिक अवधारणा को खत्म किया :आशीष जैन



फरीदाबाद, 14 दिसंबर (Repco News)। फरीदाबाद चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के महासचिव आशीष जैन ने कोविड-19 के प्रभावों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते कहा है कि इस महामारी ने अचानक हमारे जीवन को बदल दिया।

श्री जैन के अनुसार दुनिया भर के व्यवसायों पर सामाजिक गड़बड़ी और लॉकडाउन का प्रभाव पड़ा, बड़े और छोटे व्यवसाय रणनीतियों को फिर से तैयार करने, खर्च करने के पैटर्न को बदलने, अपने कार्यों को ओवरहाल करने और यह पता लगाने में जुट गए कि वे कैसे बच सकते हैं और नए परिवेश में काम कर सकते हैं।

श्री जैन के अनुसार महामारी ने डिजिटल परिवर्तन समयसीमा को तेज कर दिया। जिन परिवर्तनों में 4 से 5 साल लगने की संभावना थी, वे 6 से 12 महीनों के भीतर हो गए। कई उद्योगों में डिस्टेंस वर्क, वर्चुअल मीटिंग्स और ऑनलाइन कॉन्फ्रेंसिंग अब प्रक्रिया का एक हिस्सा हैं। महामारी ने दुनिया भर में सरकारों को लॉकडाउन के उपायों को लागू करने के लिए मजबूर किया, जिससे उपभोक्ता अपनी लगभग सभी खरीदारी ऑनलाइन कर सके।

श्री जैन का कहना है कि अधिकांश कंपनियों ने घर से काम करने के नए पहलुओं की ओर कार्य किया। यह अब कई लोगों के लिए पसंद बन गया है, क्योंकि वे घरेलू मांगों के साथ काम प्रतिबद्धताओं को संतुलित करना सीखते हैं। कारोबारियों ने ऐसे कार्यबल के लाभों की भी खोज की है जो कहीं से भी और कभी भी काम कर सकते हैं। दूरदराज के कामकाज से प्राप्त वित्तीय लाभ, कर्मचारी उत्पादकता में वृद्धि और भलाई के साथ कंपनियों ने महामारी के बाद काम के भविष्य पर विचार किया है।

श्री जैन के अनुसार महामारी ने स्वचालन प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए एक मेंटर के रूप में काम किया, क्योंकि कंपनियों ने सुरक्षा, दक्षता और उत्पादकता बढ़ाने के तरीकों की तलाश की। वित्तीय सेवाओं, विनिर्माण और खुदरा जैसे क्षेत्रों में फर्म अब फेस टू फेस कनेक्टिविटी की आवश्यकता को समाप्त करते हुए, संज्ञानात्मक क्षमताओं और औद्योगिक रोबोटों में अधिक निवेश कर रहे हैं। हालांकि, लागत इस प्रवृत्ति को अपनाने के लिए छोटे व्यवसायों के लिए एक बाधा बनी हुई है।

 आपने बताया कि स्थानीय रूप से सामान खरीदने के विचार से भी अधिक सुदृढ़ता मिली। माल की आवाजाही पर सीमा बंद करने और प्रतिबंध लगाने और लोगों को आपूर्ति बाधित होने के परिणामस्वरूप, व्यवसायों को आयात पर निर्भरता कम करने के लिए प्रेरित किया। 

कोविड-19 ने भविष्य की चुनौतियों के समाधान के लिए कंपनियों की नई रणनीतियों को नया करने और कार्यान्वित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। कंपनियों को अब अधिक लचीला, प्रौद्योगिकी-चालित होना चाहिए और तेजी से परिवर्तनों के अनुकूल होने में सक्षम होना चाहिए। आपूर्ति श्रृंखलाओं को स्वचालित रूप से अधिक प्रक्रियाओं के साथ अधिक लचीला होने के लिए फिर से आकार देने की आवश्यकता होती है। अब यह स्पष्ट है कि कोविड-19 एक अल्पकालिक संकट नहीं है और व्यवसायों को यह सुनिश्चित करने के लिए अनुकूलित करने की आवश्यकता है कि वे संचालन जारी रख सकें।

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