Tuesday 19 January 2021

आईएमएसएमई ऑफ इंडिया ने किया स्टार्टअप इंडिया सीड फंड के लिए 1000 करोड़ की फंडिंग का स्वागत



फरीदाबाद 19 जनवरी (Repco News/नरेंद्र रजनीकर)। प्रमुख औद्योगिक संगठन आईएमएसएमई ऑफ इंडिया ने केंद्र सरकार द्वारा स्टार्टअप इंडिया सीड फंड के रूप में 1000 करोड़ की फंडिंग की घोषणा पर सुखद प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि इससे निश्चित रूप से जहां स्टार्टअप इकाइयों को लाभ मिलेगा, वहीं एमएसएमई सेक्टर को प्रोत्साहन मिलने की उम्मीदें और बढ़ी हैं।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को उद्योग प्रबन्धको से बातचीत करते हुए एक हजार करोड़ रुपए की इस सीड फंड की घोषणा की है। 

प्रधानमंत्री ने विमस्टेक (बे आफ बंगाल इनीशिएटिव ऑफ मल्टी सेक्टरल टेक्निकल एंड इकोनामिक कोऑपरेशन) देशों की स्टार्टअप इकाइयों से उनकी उपलब्धियों को सुना जबकि चेन्नई, एर्नाकुलम भोपाल व एनसीआर के उद्यमियों ने उन्हें अपने कारोबार की जानकारी दी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार, नेपाल व थाईलैंड की स्टार्टअप इकाइयों की उपलब्धियों की भी सराहना की और उद्योग प्रबंधकों के विचारों को भी सुना।

आईएमएसएमई ऑफ इंडिया के चेयरमैन श्री राजीव चावला ने देश में तेजी से स्टार्टअप इकाइयो की संख्या में हुई बढ़ोतरी और इसमें महिलाओं की संख्या अधिक रहने की आंकड़ों की सराहना करते हुए बताया कि आईएमएसएमई ऑफ इंडिया ने भी अपने विभिन्न प्रोजेक्टों में स्टार्टअप इकाइयों के लिए कार्य किया है जिसकी उद्योग जगत से जुड़े विभिन्न विभागों द्वारा सराहना की जाती रही है।

 


आई एम एसएमई ऑफ इंडिया के स्टार्टअप सेल के चेयरमैन व एक्सपेंड माय बिजनेस के संस्थापक निशांत बहल और रोहन राज ने 1000 करोड़ के सीड फंड पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते कहा है कि यह निश्चित रूप से स्टार्टअप इकाइयों की वित्त संबंधी समस्याओं के समाधान की ओर एक प्रभावी कदम सिद्ध होगा।

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इंडिया के स्टार्टअप सैल के को-चेयरमैन व रुपेज डॉट कॉम के संस्थापक धावल राडिया के अनुसार स्टार्टअप इकाइयों में नई प्रौद्योगिकी पर फोकस केंद्रित किया जाना जरूरी है क्योंकि इसी विशेषता के कारण स्टार्टअप इकाइयों ने काफी कम समय में एक अच्छा प्रदर्शन किया है।

स्टार्टअप सेल के कॉरपोरेट एडवाइजर श्री अजय गर्ग का मानना है कि स्टार्टअप प्रोजेक्ट के लिए एमएसएमई ऑफ इंडिया की तर्ज पर अन्य संगठनों को भी आगे आना चाहिए।


उल्लेखनीय है कि आईएमएसएमई ऑफ इंडिया ने गत दिवस नई योजनाओं व इनीशिएटिव्स पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन भी किया था, जिसकी उद्योग क्षेत्र में काफी सराहना की जा रही है।

श्री चावला ने एक अनौपचारिक बातचीत में जानकारी दी कि फरवरी के प्रथम पखवाड़े में भी ऐसे आयोजन किए जाएंगे जिनसे तकनीक व प्रौद्योगिकी के संबंध में सटीक जानकारी उद्योगों को उपलब्ध कराई जाए।

श्री चावला ने बताया कि सेट बैक टू कम बैक ईयर के रूप में मनाए जा रहे 2021 में उन कारकों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिनसे उद्योग वर्ग को प्रोत्साहित करते हुए उन्हे पुनः प्रगति के मार्ग पर ले जाने का मार्ग प्रशस्त हो सके।

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