इस बिषय में अधिक जानकारी देते हुए क्षेत्र के वरिष्ठ औषधी नियंत्रक अधिकारी करण सिंंह गोदारा ने बताया कि उनको गुप्त सूचना मिली कि सैक्टर दस में एक जगह पर भारी मात्रा में दवाओं का संग्रह करके रखा गया है। जानकारी के आधार पर उन्होने इस क्षेत्र के ओषधी निरीक्षक संदीप गहलान को साथ लेकर छापा मारा तो सेक्टर दस स्थित पार्क अस्पताल के पास ही एक जगह पर भारी मात्रा में दवाओ का जमावडा मिला, आसपास के लोगों से पूछने पर पता लगा कि यह गोदाम पार्क अस्पताल मेंं कार्यरत मैडीकल स्टोर पार्क फार्मेसी का है, तो उन्होंने उक्त फार्मेसी से जिम्मेवार व्यक्ति को बुलाया तो उन्होंने इस गोदाम का ताला खोला, तो वह आश्चर्य चकित रह गए कि बिना लाईसेंस लिए इस गोदाम में लाखों रुपए की दवाएं अवैध रुप से रखी गई थीं।
श्री गोदारा के अनुसार जांच के बाद इस गोदाम में कुल 45 तरह की दवाएं बरामद की गई जिनको कोर्ट में पेश किया गया तथा वहां से इन दवाओ के कस्टगी आर्डर विभाग ने ले लिए हैं, यही नहीं यहां से बरामद दवाओं में से छह तरह की दवाओं को सैम्पल लेकर जांच के लिए भी भेजा गया है। श्री गोदारा ने बताया कि कोई भी दवा बिक्रेता केवल उसी स्थान पर दवाओं का संग्रह कर सकता है जिस जगह के लिए विभाग से उन्होंने लाईसेंस लिया हुआ हो, लेकिन इस स्थान के लिए विभाग से कोई लाईसेंस जारी नहीं किया गया था, जिस कारण इस गोदाम से बरामद दवाओ को विभाग ने अपने कब्जे में लेकर ड्रग एंड कॉसमैटिक एक्त के तहत कार्रवाई की है।
श्री गोदारा ने दवा विके्रेताओं का आहवान किया है कि वह कोई भी गैर कानूनी तरीका न अपनाए, यदि अपनी दुकान से अलग कहीं पर भ्ीा वह दवाओं का संग्रह करते हैं तो वहां के लिए विभाग से लाईसेंस अवश्य लें, यही नहीं बिना बिल के न तो दवा बेचे न खरीदें, जिन दवाओं की बिक्री सरकार ने प्रतिबंधित की हुई है उनकी बिक्री करते हुए यदि कोई भी दवा विक्रेता पाया गया तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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