जुलाई माह में जून माह की अपेक्षा पुलिस द्वारा अंकित अपराधों और पुलिस के पास लंबित मामलों के निष्पादन का अनुपात सराहनीय रहा है।
अपराध नियंत्रण के लिए फरीदाबाद पुलिस की ओर से कारगर प्रयोगों को अमल में लाये जाने के कारण ही ऐसे परिणाम मिले हैं, जिन्हें आने वाले समय में और बेहतर किये जाने के लिए पुलिस प्रतिबद्ध है।
कुछ चुनिंदा प्रकृति वाले मामलों के निष्पादन में पुलिस ने रूचि दिखाते हुए उसका सौ फीसदी निष्पादन किया है। इसपर पुलिस आयुक्त ने पिछड़े हुए प्रकृति वाले मामलों के कारण और निष्पादन के महत्व पर ध्यान दिलाते हुए ससमय कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया।
बैठक में पुलिस आयुक्त ने निर्देश देते हुए कहा कि जातीय झड़प या शांति भंग के लिए गुटबंदी करने वालों को चिन्हित कर उसके विरूद्ध निरोधात्मक कार्रवाई को आवश्यकतानुसार बनाये रखना होगा। अराजक तत्वों से निपटने के लिए सभी पुलिस थाना को उनके थानाक्षेत्र में अराजक व असामाजिक तत्वों का नाम पंजी में अधिसूचित कर ऐसे तत्वों की गतिविधियों पर नजर रखते हुए समय-समय पर पंजी की समीक्षा की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक न्याय के लिए पुलिस भागीदारी के पक्ष का मजबूती से पालन किया जाएगा। इसके लिए पुलिस उस क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व अन्य गणमान्य से परामर्श के लिए प्रत्येक थाना में शांति समिति की बैठक का आयोजन किया जाएगा।
वाहन चोरी मामले के निष्पादन में अब पुलिस को पिछले प्रयास को जारी रखते हुए आगे के लिए विशेष लक्ष्य तय करना होगा। वाहन चोरी के मामलों का निष्पादन और वाहन की बरामदगी को प्रतिदिन के मानकों पर प्रत्येक थानास्तर पर समीक्षा करने को कहा गया है।
चोरी की वारदातो पर काबू पाने के लिए पुलिस कमिश्नर ने क्राइम ब्रांच सेक्टर 56 की जिम्मेवारी इंस्पेक्टर सुदीप को सौंपी है। इंस्पेक्टर सुदीप को चोरी के मामले सुलझाने में काफी अनुभव है।
सुरक्षित फरीदाबाद बनाये रखने के लिए पुलिस को अपने सभी प्रयासों में निवेश किये गये संसाधन, स्त्रोत तथा साधन की निरंतर समीक्षा करनी होगी और आवश्यक बदलाव को तुरंत अमल में लाया जाएगा।
श्री सिंह ने अधिकारियों से टीमवर्क की खूबियों पर फोकस होते हुए कहा कि किसी निश्चित समय अंतराल में अधिकारियों के पास कार्यचुनौती की विषमता होना सामान्य बात है। ऐसे में, सभी अधिकारी व पुलिसकर्मी व्यवस्थित रूप से एक-दूसरे के साथ जुड़े रहकर चुनौतीपूर्ण कार्यों को आसानी से निपटा सकते हैं।
0 comments: