इस दौरान प्रतियोगिता में 55 किलोग्राम भार वर्ग में सोनीपत के रूपीन प्रथम, पंचकूला के हेमंत द्वितीय, रोहतक के प्रिंस व सिरसा के राम प्रताप तृतीय रहे। 60 किलो भार वर्ग में गुरुग्राम के शालय प्रथम, पानीपत के विजेंद्र द्वितीय, जींद के नितिन व सोनीपत के मोहित तृतीय रहे। 67 किलो भार वर्ग में कैथल के अमित प्रथम, रोहतक के रवि द्वितीय, सोनीपत के मोहित व हिसार के सचिन तृतीय रहे। 72 किलो भार वर्ग में दादरी के दीपक प्रथम, गुरुग्राम के अभिषेक द्वितीय, रोहतक के सचिन व जींद के अभय तृतीय रहे। 77 किलो भार वर्ग में कैथल के रोहित बूरा प्रथम, हिसार के हरदीप द्वितीय, सोनीपत के अमित व रेवाड़ी के कपिल तृतीय रहे। 87 किलो भार वर्ग में झज्जर के रोहित प्रथम, रोहतक के आकाश द्वितीय, सोनीपत के रितिक व फरीदाबाद का दीपक तृतीय रहे। 97 किलो भार वर्ग में रोहतक के साहिल प्रथम, जींद के नवनीत द्वितीय, झज्जर के कर्मबीर व पानीपत का इंद्रजीत तृतीय रहे। वहीं टीम चैम्पियनशिप में 95 अंक लेकर रोहतक प्रथम, 85 अंक के साथ सोनीपत द्वितीय, 50 अंक के साथ कैथल तृतीय तथा 50 अंक के साथ ही जींद चतुर्थ रहे। सभी मैच कुश्ती कोच अश्विनी शर्मा की देखरेख में संपन्न हुए।
इस अवसर पर अर्जुन अवॉर्डी नेहा राठी व ध्यानचंद अवॉर्डी नेत्रपाल पहलवान ने कहा कि खेल कोई भी हो उसे खेल की भावना के साथ खेलना चाहिए। हार से जीत का मार्ग प्रशस्त होता है। खेल समाज को जोड़ने का कार्य करता है तथा इससे आपसी भाई चारा बढ़ता है।
वहीं टोनी पहलवान ने कहा कि समय-समय पर ऐसी प्रतियोगिता का होना अत्यंत जरूरी है। उन्होंने कहा कि खेल से शरीर स्वस्थ रहता है। उन्होंने कहा कि आज इस शानदार स्टेडियम में खेल प्रतियोगिता होते देख उनका वह सपना पूरा हो गया जिसके लिए वे वर्षों से भागदौड़ कर रहे थे। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन समेत सरकार के नुमाइंदों को मुबारकबाद दी।
मीडिया कोऑर्डिनेटर मुकेश वशिष्ठ ने कहा कि आजकल के युवाओं को कुश्ती व कबड्डी जैसे पारंपरिक खेलों को प्राथमिकता देनी चाहिए। इस मौके पर जिला खेल अधिकारी रमेश वर्मा ने कहा कि यह प्रतियोगिता पहलवानों को अपनी कला को देश-विदेश तक फैलाने में मदद करेगी।
0 comments: