Wednesday 27 May 2020

बुधवार को भी दिखा कोरोना का प्रकोप, 28 नए मामले, प्रशासन मुस्तैद, बदले हुए लक्षणों पर दें ध्यान


फरीदाबाद 27 मई। फरीदाबाद में कोरोनावायरस संक्रमण के फैलाव का सिलसिला मंगलवार के बाद बुधवार को भी जारी रहा।
 बुधवार को कोरोना वायरस के 28 नए मामले सामने आए। प्रशासन द्वारा जारी सूची के अनुसार बुधवार 27 मई को कोरोना संक्रमित लोगों की कुल संख्या 262 रही जिसमें 111 एक्टिव केस हैं। 26 मई को यही सूची 234 पर थी जिसमें 98 एक्टिव केस थे। आज दिन में 28 नए मामले आने से कोरोना संक्रमण पर बुद्धिजीवी वर्ग के चेहरे पर चिंताएं दिखाई दी।
उल्लेखनीय है लाक डाउन 4 में सरकार द्वारा दी गई छूट के बाद कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या निरंतर बढ़ रही दिखाई दे रही है, हालांकि सरकार की ओर से सोशल डिस्टेंस को बनाए रखने के लिए कई उपाय किए गए हैं, परंतु जिस प्रकार कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, उससे साफ है कि सोशल डिस्टेंस के नियमों की पालना नहीं हो पा रही, जिस पर ध्यान देना जरूरी होगा।
जिला प्रशासन ने आज अपने आदेशों के अनुरूप बाजार में क्रमबद्ध रूप से दुकानों को खोलने के निर्देशों की पालना सख्ती पूर्ण कराई। इस संबंध में केवल एक तरफ की दुकानें खोलने की अनुमति दी गई।
 पुलिस प्रशासन बाजारों में काफी सक्रिय देखा गया और पुलिसकर्मी गश्त में मुस्तैद दिखे।
दूसरी ओर  फरीदाबाद में 111 कोरोना एक्टिव केस होने से प्रशासन की चिंताएं भी बढ़ी हैं और प्रशासन संक्रमण को लेकर काफी गंभीर दिखाई दे रहा है, इस संबंध में जिलाधीश श्री यशपाल यादव ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर क्षेत्र में कमेटियां भी गठित की हैं इन कमेटियों का कार्य कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकना है।
आने वाले समय में फरीदाबाद में कोरोना का यह संक्रमण क्या रूप लेता है, यह तो भविष्य ही बताएगा, परंतु यह तय है कि सोशल डिस्टेंस तथा स्वच्छता पर ध्यान देने के लिए सभी वर्गों को तत्परता से कार्य करना होगा, सैनिटाइजेशन संबंधी मुहिम को तीव्र करना होगा और परस्पर मेलजोल को कम करना होगा।
 दूसरी ओर जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कोरोना के लक्षणों में काफी परिवर्तन दिख रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार केवल निमोनिया के लक्षण ही कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण नहीं है, शरीर के कई भागों पर वायरस असर कर सकता है, कई मरीजों को बुखार के साथ डायरिया हो रहा है, और खांसी नजला जैसे कोई लक्षण नहीं थे, कुछ नौजवान थे जिनमें स्ट्रोक हो गया था ब्रेन में ब्लीडिंग हो गई और क्लोटिंग भी देखने को मिली। कुछ लोगों में स्वाद व सूंघने की क्षमता कम हो जाती है, ऐसे में यदि कोई भी लक्षण नजर आए तो एक बार जांच अवश्य कराएं।
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