Monday 30 August 2021

फैडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री व ईएसआई द्वारा जागरूकता अभियान


फरीदाबाद, 30 अगस्त (रैपको न्यूज़)। कर्मचारी राज्य बीमा निगम औद्योगिक श्रमिको के जीवन मे और जीवन के बाद भी कार्य करती है। उक्त विचार गुरुग्राम ईएसआईसी के उपनिदेशक इंचार्ज सुनील नेगी ने व्यक्त किये। 

श्रमिको के जीवन मे और जीवन के बाद भी कार्य करती है ईएसआई : सुनील नेगी

श्री नेगी फैडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री व ईएसआई  द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित जागरूकता व ईएसआई की नई स्कीमों की जानकारी कार्यकम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। इंडस्ट्रियल एरिया सेक्टर 37 में एफआईआई के सहयोग से आयोजित कार्यकम को संबोधित करते हुए कहा कि जिस भी संस्थान में 10 या 10 से अधिक कर्मचारी काम करते है, उस संस्थान में कर्मचारी राज्य बीमा निगम लागू हो जाता है। जिसमे कुछ अंश कर्मचारी के वेतन से ओर कुछ अंश नियोक्ता से लेकर ईएसआई में जमा करवाया जाता है, जिसके बदले में ईएसआई उस कर्मचारी को व उसके परिवार को फ़ास्ट ऐड से लेकर बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज देता है। 

श्री नेगी ने कहा कि प्रत्येक पात्र श्रमिक को भारत सरकार की तरफ से सामाजिक व स्वास्थ्य सुरक्षा देने के उद्देश्य से ईएसआई विभाग की स्थापना की है। कार्यक्रम में विशेष तौर से उपस्थित ईएसआई सेक्टर 9 हॉस्पिटल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ शुभ्रा गुप्ता ने उपस्थित उद्योगपतियों को जानकारी देते हुए बताया कि गुरुग्राम के दोनों ईएसआई हस्पतालों मानेसर ओर सेक्टर 9 में पंजीकृत सभी श्रमिकों को प्राथमिक तोर पर सभी प्रकार की मेडिकल सुविधाए मुहैया करवाई जा रही है।

उन्होंने कहा कि बहुत ही सीमित संसाधनों के बाद भी हमने बेस्ट मेडिकल सुविधाए देने की कोशिश की है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ईएसआई के सहायक निदेशक अनिल कुमार ने सभी स्कीमों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि ईएसआई जहाँ एक श्रमिक को बीमारी का परिवार सहित हित लाभ देती है, वही कार्य के दौरान दुर्घटना का भी लाभ प्रदान करती है। यदि कार्य के दौरान  दुर्घटना में श्रमिक की मृत्यु हो जाती है तो उसकी अंतिम संस्कार के लिए भी ईएसआई 15000 रुपये उसी समय उसके परिवार को प्रदान करती है। बीमारी के समय घर पर रहने की सूरत में श्रमिक के वेतन का 70 फीसदी पैसा श्रमिक को ईएसआई की ओर से दिया जाता है। सहायक निदेशक ने जानकारी देते हुए बताया कि पात्र महिला श्रमिक को बच्चा होने की सूरत में 182 दिन के वेतन का हितलाभ भी ईएसआई द्वारा दिया जाता है। उन्होंने कोविड के दौरान मौत हुई श्रमिको के बारे में भी हितलाभ की विस्तार से जानकारी भी दी। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे एफआईआई हरियाणा के महासचिव दीपक मैनी ने उपस्थित सभी उधोगपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि सेक्टर 37 में हजारों उद्योगों में लाखों श्रमिकों के कार्यरत होने के बावजूद भी इस इलाके में एक भी ईएसआई की डिस्पेन्सरी नही है, छोटी छोटी चोट ओर अन्य इलाज के लिए 8 से 10 किलोमीटर तक जाना पड़ता है, इसके लिए सेक्टर में एक ईएसआई की डिस्पेन्सरी अवश्य होनी चाहिए, जिसके लिए उन्होंने एफआईआई की तरफ से बड़े अधिकारियों को केंद्र सरकार के श्रम विभाग को लिखा है।

 फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री के गुड़गांव के महासचिव एसपी अग्रवाल ने बताया कि वह सेक्टर 37 की डिस्पेंसरी के लिए गुरुग्राम के डिप्टी कमिश्नर, यश गर्ग ,आईएएस को भी एक ज्ञापन सौंप चुके हैं जिस पर डिप्टी कमिश्नर ने इस पर जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया है l इस अवसर पर एफआईआई के पदाधिकारियों ने ईएसआई से संबंधित समस्याओं का एक ज्ञापन ईएसआई के अधिकारियों को सौंपा। कार्यक्रम के दौरान ईएसआई की सकीमो से संबंधित एक बुकलेट का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर एफआईआई के गुरुग्राम चैप्टर के अध्यक्ष पी के गुप्ता ने आए हुए सभी अधिकारियों और उद्योगपतियों का धन्यवाद भी किया। कार्यक्रम में ईएसआई आफिस के अधीक्षक महावीर सिंह, गुरुग्राम एफआईआई के अध्यक्ष पी के गुप्ता, उपाध्यक्ष रविन जैन, महासचिव डॉ एस पी अग्रवाल, सह सचिव सौरभ जुनेजा, कोषाध्यक्ष डीपी गौड़, परवीन मखीजा, डिंपल अग्रवाल, आरती लाम्बा, मोहमद हारून ,सुरेंदर सैनी, राजेश छाबड़ा, अशोक अग्रवाल, एल एन छाबड़ा, डॉ के के अग्रवाल, असगर अली, लोकेंद्र तोमर, विनोद गुप्ता, अमन गुप्ता, राजेंद्र सैनी,विनय गुप्ता, अशोक बंसल, संदीप अरोड़ा, अमित मनचंदा, अनिल शर्मा, नवीन गर्ग, के. डी. गुप्ता, डॉ. मुकेश अग्रवाल, राकेश शर्मा, सीबी सिंह, कुलदीप नैहरा, सौरभ जैन सहित कई गणमान्य उद्योगपति शामिल हुए l

पोस्ट शेयर करें, कमेन्ट बॉक्स में कमेन्ट करें

Author:

0 comments: