श्री चेतन शर्मा ने इस मौके पर दोनों टीमों के खिलाडियों के साथ साथ मानद सचिव, पीसीए पुनीत बाली, अध्यक्ष टूर्नामेंट समिति श्री चंदर शेखर, मानद कोषाध्यक्ष, पीसीए श्री आरपी सिंगला और टूर्नामेंट के प्रायोजक ट्राइडेंट ग्रुप के एमडी श्री दीपक नंदा, के साथ भी मुलाक़ात की हैं।
सीएजी दिल्ली ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया और ऋषभ दास और मनोज सिंह के साथ ओपनिंग की। उन्होंने जगजीत सिंह संधू के पहले ओवर की पांचवीं गेंद पर अपना पहला विकेट गंवा दिया, जब ऋषभ दास को विकेटकीपर अरिजीत पन्नू ने अपना खाता खोलने से पहले आउट कर दिया। दूसरे छोर पर मनोज सिंह को अरिजीत पन्नू ने निपुण पंडिता की गेंद पर बिना खाता खोले लपक लिया। इसके बाद आये एस सेनापति को जगजीत संधू के अमृत लुभाना ने बिना कोई रन बनाये लपका। इस समय पर सीएजी ने अपने पहले 3 बल्लेबाजों को 2.1 ओवर में बोर्ड बिना कोई रन बनाये खो दिया था। इसके बाद, गोविंद पोदार और अर्पित वासवदा ने चौथे विकेट के लिए 32 रन जोड़े, गोबिंद पोदार को निपुण पंडिता की गेंद पर भगमेंद्र ने 07 रन पर कैच आउट किया । इसके बाद आदित्य सरवटे अर्पित वासवदा के साथ जुड़ गए और दोनों ने 5 वें विकेट के लिए 48 रन जोड़े। गोबिंद पोदार 38 गेंदों में 25 रन बनाकर भागमेंद्र सिंह की गेंद पर आउट हुए । इसके बाद, अंकित कौशिक अर्पित वासवदा के साथ जुड़ गए और दोनों ने छठे विकेट के लिए 125 रनों की साझेदारी की, अर्पित वासवदा ने 138 गेंदों पर 11 चौकों की मदद से शानदार शतक (100) बनाये और भगमेंद्र सिंह की गेंद पर निपुण पंडिता ने उन्हें लपका। अंकित कौशिक 67 गेंदों में 6 चौकों की मदद से 63 रन बनाये और जगजीत सिंह संधू ने उन्हें बोल्ड आउट किया। सीएजी दिल्ली की पारी 49.5 ओवर में 245 पर समाप्त हुई। यूटीसीए के लिए जगजीत सिंह संधू ने 50 रन देकर 4 विकेट, निपुण पंडिता ने 33 रन देकर 2 विकेट, भागमेंद्र सिंह ने 50 रन देकर 4 विकेट लिए।
50 ओवरों में 245 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए यूटीसीए ने शुरुआती चरण में ही अपना लय खो दिया और स्कोर बोर्ड के केवल 19 रन बना उन्होंने अपने तीन विकेट खो दिए । कुणाल महाजन और अमृत लुभाना ने समझदारी से खेला और 149 गेंदों में 80 रनों की साझेदारी की, इसके बाद अमृत लुभाना को गोबिंद पोद्दार की गेंद पर सेनापति के हाथों कैच आउट हुए । उन्होंने 75 गेंदों पर 40 रनों की एक कॉम्पैक्ट पारी खेली जिसमें 3 चौके और एक छक्का शामिल था। इसके बाद अरिजीत पन्नू कुणाल महाजन के साथ शामिल हुए, लेकिन नॉन-स्ट्राइकर एंड पर गोबिन पोद्दार के एक तेज थ्रो के साथ वे रन आउट हो गए। भगमेंद्र सिंह कुल 7 रन जोड़कर जल्दी आउट हो गए। राहुल शर्मा ने आखिरी में 28 गेंदों में 27 रनों की तेज पारी खेली, लेकिन वह पर्याप्त नहीं था । दाहिने हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज शौर्य सानंदिया ने यूटीसीए की पारी को समेटने के लिए 5 विकेट लिए। सीएजी दिल्ली ने 47 रन से मैच जीत लिया। शौर्य सानंदिया को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
दूसरा मैच सेक्टर-16 क्रिकेट स्टेडियम चंडीगढ़ में मिनर्वा क्रिकेट एकेडमी और रैनस्टार क्रिकेट क्लब दिल्ली के बीच खेला गया। रैनस्टार ने टॉस जीतकर क्षेत्ररक्षण का फैसला किया। मिनर्वा क्रिकेट अकादमी की पारी 36 ओवर में 124 रन पर ढेर हो गईं। रैनस्टार क्रिकेट क्लब दिल्ली के लिए चेतन्या बिश्नोई ने 19 रन देकर 4 और प्रदीप पराशर ने 30 रन देकर 2 विकेट लिए। मिनर्वा क्रिकेट अकादमी के लिए युवराज चौधरी ने 3 चौके और एक छक्के के साथ 30 रन और शिवम सिंह ने 3 चौकों के साथ 22 रन बनाए।
रणस्टार क्रिकेट क्लब दिल्ली ने जवाब में 26.1 ओवर में 6 विकेट पर 127 रन बनाकर 4 विकेट से जीत दर्ज की। आदित्य शर्मा ने 7 चौके लगाकर 76 गेंदों पर नाबाद 71 रन बनाकर आसानी से जीत हासिल की। उनके शानदार प्रयासों के लिए उन्हें यूटीसीए अध्यक्ष श्री संजय टंडन के द्वारा मैन ऑफ मैच ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। बाएं हाथ के स्पिनर रमेश कुमार ने मिनर्वा क्रिकेट अकादमी के लिए 35 रन देकर 5 विकेट लिए, जबकि वरुण खन्ना ने 21 रन देकर एक विकेट हासिल किया।
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