हरियाणा सरकार ने ग्लोबल इंटरफ़ेस फॉर ट्रेड फैसिलिटेशन (वैश्विक व्यापार सुगमता केंद्र) (गिफ्ट सेल) के नाम से पंचकूला में एक समर्पित केंद्र की स्थापना की है, जिस पर 13 करोड़ 59 लाख रुपये की राशि खर्च की गई है। यह केंद्र रैम्प योजना (आरएएमपी) के अंतर्गत बनाया गया है और इसमें 8 विशेषज्ञ अधिकारी नियुक्त किए गए हैं जो राज्य के छोटे और मध्यम उद्यमों को निर्यात, गुणवत्ता प्रमाणन और वैश्विक बाजार में विस्तार की दिशा में सहायता प्रदान कर रहे हैं। इन विशेषज्ञों की टीमें अंबाला, फरीदाबाद और गुरुग्राम में भी कार्यरत हैं, जो स्थानीय उद्योगों को अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेलों में भाग लेने और विदेशी खरीदारों से संपर्क स्थापित करने में मदद कर रही हैं। यह पहल हरियाणा के छोटे उद्योगों को सीमाओं से बाहर ले जाकर वैश्विक मंच पर स्थापित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित हो रही है। हरियाणा की क्लस्टर ‘प्लग एंड प्ले’ योजना ने राज्य के औद्योगिक विकास में नई ऊर्जा भर दी है।
इस योजना के तहत उद्यमियों को तैयार कारखाना शेड, बिजली, पानी, सडक़ और सभी आवश्यक सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे उद्योग शुरू करने की प्रक्रिया बेहद आसान हो गई है।अब तक 64 परियोजनाओं को मंजूरी दी जा चुकी है, जिन पर 318 करोड़ 49 लाख रुपये का अनुदान स्वीकृत किया गया है। योजना को 31 दिसंबर 2025 तक बढ़ा दिया गया है। इसके तहत राज्य सरकार परियोजना लागत का 50 प्रतिशत (अधिकतम 5 करोड़ रुपये) तक का सहयोग देती है। मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने कहा कि यह मॉडल उद्योगों के लिए तत्काल प्रस्थान मंच की तरह काम कर रहा है, जिससे छोटे और मध्यम उद्योगों को गति मिली है और रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं।
 
 

 
 
 
 
 
0 comments: