Thursday 23 April 2020

लॉक डाउन कोरोना के फैलाव को रोकने में सहायक, परंतु अंतिम विकल्प नहीं, वृहत कार्यनीति आवश्यक :खेमका


फरीदाबाद। फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पूर्व प्रधान श्री संजीव खेमका ने कोरोनावायरस के कारण चल रहे लॉक डाउन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि हालांकि लॉक डाउन ने भारत में कोरोनावायरस के फैलाव पर रोक लगाई लगाई है, परंतु लाक डाउन की भी कुछ लिमिटेशन है और अंतत: इसे हटाना ही पड़ेगा।
 श्री खेमका के अनुसार लाक डॉउन को समाप्त करने की भी एक प्रक्रिया है, क्योंकि यदि इसे एकदम से हटा दिया जाता है तो संक्रमण बढ़ने की संभावनाएं बढ़ेंगी। ऐसे में आवश्यकता इस बात की है कि एक गाइडलाइन तैयार की जाए और उसके अनुसार ही लाक डाउन की समाप्ति की ओर कदम बढ़ाए जाएं।
भारत में कोरोनावायरस के फैलाव पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री खेमका ने कहा है कि लाक डाउन से कोरोना वायरस का फैलाब तो रुका है, परंतु इसकी पूर्ण रूप से समाप्ति केवल तभी संभव है, जब कोई वैक्सीनेशन तैयार हो जाएगी।
 आपने स्पष्ट करते कहा है कि कोरोना दिसंबर तक भी रह सकता है परंतु दिसंबर तक लाक डाउन संभव नहीं है, ऐसे में आवश्यकता इस बात की है कि हम जागरूकता बढ़ाएं, सोशल डिस्टेंस के सिद्धांत को अमल में लाएं, स्वच्छता पर ध्यान दें और अपनी दिनचर्या में कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए कदम उठाएं।
श्री खेमका का मानना है कि सरकार भी इस तथ्य को समझती है कि यदि लाक डाउन अधिक समय तक जारी रखा जाता है तो इससे आर्थिक व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित होगी और समस्याएं काफी अधिक बढ़ जाएंगी जिन्हें संभालना मुश्किल हो जाएगा।
 श्री खेमका का मानना है कि परिस्थितियों का सामना सकारात्मक सोच के साथ किया जाना चाहिए। श्री खेमका के अनुसार कोरोना उपरांत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हालात बदलेगे और व्यापार की नई परिभाषाए बनेगी, आपका सुझाव है कि आने वाले समय में हमें उन देशों को निर्यात करने की ओर कदम बढ़ाने चाहिए जहां वर्तमान में चीन निर्यात कर रहा है और हमारे यहां आयात किए जा रहे उत्पादन को देश में ही निर्मित करने के लिए प्रयास करने चाहिए।
श्री खेमका के अनुसार अभी तक प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जो कदम उठाए हैं वह राष्ट्रहित में रहे हैं और आगे भी उनसे उम्मीद की जा रही है कि वे ऐसे कदमों पर ध्यान देंगे जिससे आर्थिक रूप से भी भारत को सुदृढ़ता मिलेगी।
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