Sunday, 24 May 2020

संक्रमण के प्रति जनता में आई जागरूकता, लाक डाउन को आगे ना बढ़ाया जाए :अग्रवाल


फरीदाबाद 24 मई। फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य श्री एसपी अग्रवाल ने केंद्र व राज्य सरकारों से आह्वान किया है कि वह देश में चल रहे लाक डाउन की अवधि को और न बढ़ाएं और स्थिति को सामान्य करने के निर्देश जारी किए जाएं।
श्री अग्रवाल के अनुसार कोरोना वायरस के कारण चल रहे लाक डाउन के चार चरण 31 मई को पूरे हो जाएंगे और सरकार द्वारा कोरोनावायरस के प्रति जागरूकता लाने का जो अभियान आरंभ किया गया था उसमें सफलता मिल गई है, ऐसे में लॉक डाउन को जारी रखने का कोई औचित्य नहीं रह जाता।
विश्व भर में लाक डाउन पर चल रही चर्चाओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा है कि कोरोनावायरस के फैलाव को रोकने के लिए लॉक डाउन को काफी उपयुक्त माना जा रहा है और यह एक सफल उपयोग भी रहा परंतु अब जबकि भारत भर में कोरोना वायरस के प्रति जागरूकता आ गई है, ऐसे में लाक डाउन को समाप्त कर दिया जाना चाहिए।
 जापान का उदाहरण देते हुए श्री अग्रवाल ने कहा है कि जापान ऐसा देश रहा जहां लाक डाउन नहीं किया गया, परंतु इसके बावजूद जापान के लोग कोरोनावायरस से अधिक संक्रमित नहीं हुए। उल्लेखनीय हैं एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोनावायरस के चलते जापान में केवल 808 लोगों को ही अपनी जान गवानी पड़ी जबकि जिन देशों में लाक डाउन किया गया, वहां मरने वालों की संख्या काफी अधिक रही।
 श्री अग्रवाल के अनुसार जापान में मुंह को ढकना व मास्क पहनना एक सामान्य प्रक्रिया है, जिसके कारण कोरोनावायरस का संक्रमण नहीं फैला।
 आपने स्पष्ट करते कहा है कि भारत में भी तेजी से इस संबंध में जागरूकता आई है और लोगों ने सार्वजनिक स्थलों ही नहीं सड़कों पर भी मास्क को अपनाया है, ऐसे में कोरोनावायरस से संक्रमण की संभावनाएं काफी कम है।
 हाल ही में सरकार व प्रशासन के आदेश अनुसार आधे बाजार खोलने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा है कि बाजारों में भीड़ में कमी नहीं आंकी गई, ऐसे में बाजारों को आधा बंद रखने का औचित्य नहीं बनता।
 श्री अग्रवाल के अनुसार हरियाणा, दिल्ली सहित अन्य राज्यों से जो प्रवासी भारतीय मजदूर अपने-अपने प्रदेशों में गए, वे भी कोरोनावायरस से बचे रहें जबकि उन्होंने सोशल डिस्टेंस की पालना नहीं की।
 श्री अग्रवाल का सुझाव है कि मास्क को जीवनशैली का हिस्सा बनाया जाना चाहिए और इस संबंध में कानूनों मे सख्त प्रावधान किया जाए कि मास्क ना पहनने पर कड़ी कार्रवाई होगी।
श्री अग्रवाल ने कहा है कि लॉक डाउन के दौरान अर्थव्यवस्था को जितना नुकसान हुआ है उससे उबरने के लिए काफी लंबा समय लगेगा।
कहा गया है कि अर्थव्यवस्था को और अधिक नुकसान ना हो इसके लिए लाक डाउन को और अधिक बढ़ाने से परहेज किया जाना चाहिए।
 श्री अग्रवाल ने विश्वास व्यक्त किया है कि केंद्र व राज्य सरकार इस संबंध में साकारात्मक निर्णय लेंगे और लाक डाउन का यह चौथा चरण वास्तव में अंतिम चरण ही होगा।
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