Wednesday 1 July 2020

आयुष मंत्री ने जीवा आयुर्वेद को बताया एक बड़ी राष्ट्रीय संपत्ति


फरीदाबाद, 1 जुलाई। केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने 28 जून को जीवा आयुर्वेद का दौरा किया और लॉकडाउन के दौरान जीवा आयुर्वेद की ओर से प्रदान की जाने वाली उपचार सुविधाओं का जायजा लिया। जीवा आयुर्वेद में अपने दौरे के दौरान आयुष मंत्री को डा. प्रताप चौहान के संयुक्त राष्ट्र (युनाइटेड नेशंस) पुरस्कार विजेता टेलीमेडिसिन मॉडल के आधार पर जीवा आयुर्वेद में किए गए कार्यों से अवगत कराया गया।
श्रीपद नाइक ने कहा, “जीवा आयुर्वेद एक बड़ी राष्ट्रीय संपत्ति है। आज मुझे जीवा आयुर्वेद द्वारा किए गए काम
को देखने का अवसर मिला और मुझे यह देखकर बहुत खुशी हुई कि वे आयुर्वेद को दुनिया भर में ले जाने के लिएबहुत अच्छा काम कर रहे हैं। मैं जीवा को उनके अनुकरणीय काम के लिए बधाई देता हूं और मैं विश्वास दिलाता
हूं कि आयुष मंत्रालय सभी आवश्यक समर्थन प्रदान करने के लिए हमेशा उनके साथ रहेगा।”
इस दौरान कोविड – 19 की मौजूदा महामारी के अलावा इस बारे में भी चर्चा की गई कि आने वाले दिनों में जब
भारत लॉकडाउन से पूरी तरह से मुक्त हो जाएगा तब आयुर्वेद किस तरह से स्वास्थ्य एवं लोगों की बेहतरी के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
इस दौरान इस बारे में भी चर्चा की गई कि रोग प्रतिरक्षण क्षमता बढाने में आयुर्वेद की कारगरता की मदद से किस तरह से लोगों को विषाणुओं से लड़ने में सक्षम बनाया जा सकता है और इसमें आयुर्वेद कैसे बडी भूमिका निभा सकता है।
जीवा आयुर्वेद ने लॉकडाउन के दौरान टेलीफोन एवं वीडियो कंसलटेशन के जरिए टेलीमेडिसिन के माध्यम सेलोगों को चिकित्सा संबंधी परामर्श देना जारी रखा था और लोगों को अपने घरों में सुरक्षित रहते हुए उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा प्राप्त करने की सुविधाएं प्रदान की। श्री नाइक ने जीवा डॉक्टरों के समर्पण की प्रशंसा की और उन्हें अपने अनुकरणीय कार्य को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
श्रीपद नाइक ने रीवाजपुर, फरीदाबाद में आधुनिक आयुर्वेदिक उपचार केंद्र – जीवाग्राम-सेंटर फॉर वेलबिंग का भी
दौरा किया। श्री नाइक ने समग्र उपचार की बुनियादी संरचना को भी देखा जिसमें पंचकर्म, योग, नैचुरोपैथी,मेडिटेशन और राग चिकित्सा शामिल हैं।
 श्रीपद नाइक का स्वागत जीवा आयुर्वेद के प्रबंध निदेशक श्री ऋषिपाल चौहान, जीवा आयुर्वेद के निदेशक
डा. प्रताप चौहान और मधुसूदन चौहान के अलावा जीवा आयुर्वेद के अन्य वरिष्ठ चिकित्सकों ने किया।
बताया गया है कि जीवा आयुर्वेद का उद्देश्य क्रोनिक और जीवन शैली की बीमारियों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले और व्यक्तिगत आयुर्वेदिक उपचार उपलब्ध कराना है। जीवा आयुर्वेद पूरे भारत में अपने तीन चिकित्सा और अनुसंधान केंद्रों
और 80 से अधिक क्लीनिकों के माध्यम से प्रतिदिन 8,000 से अधिक रोगियों का इलाज करता है। हरियाणा के
फरीदाबाद स्थित जीवा चिकित्सा एवं अनुसंधान केंद्र दुनिया का अपनी तरह का पहला स्वास्थ्य केंद्र है, जिसमें
500 से अधिक आयुर्वेदिक डॉक्टर और सहायक प्रोफेशनल्स भारत के 1,800 शहरों और कस्बों में मरीजों को
टेलीफोन पर परामर्श प्रदान करते हैं। कंपनी का अपना एचएसीसीपी और जीएमपी प्रमाणित विनिर्माण इकाई
भी है जो दवाओं और उत्पादों में 600 से अधिक क्लासिकल और प्रोपरायटरी फार्मुलेशन तैयार करता है।
जीवाग्राम सेंटर फ़ॉर वेलबिंग फरीदाबाद में एक अद्वितीय आवासीय सुविधा है
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