फरीदाबाद, 15 जुलाई।फरीदाबाद धार्मिक एवं सामाजिक संगठन जिला उपायुक्त यशपाल यादव को ज्ञापन सौंपते हुए सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की मांग की। जिला उपायुक्त की अनुुपस्थिति में उनके निजी सचिव को दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि सभी धार्मिक स्थल मार्च माह से ही बंद हैं। फरीदाबाद एवं गुडग़ांव के अतिरिक्त पूरे हरियाणा में 1 जून से धार्मिक स्थल खुल गए हैं। इसलिए इतने लम्बे समय से बंद फरीदाबाद के धार्मिक स्थलों को भी खोला जाए। संस्था की चेयरपर्सन डा. राधा नरूला ने ज्ञापन के माध्यम से कहा कि फरीदाबाद की सभी धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं ने कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में बढ़-चढक़र भाग लिया है और अपना योगदान दिया है। मगर, लम्बे समय से धार्मिक स्थलों के बंद रहने के चलते मंदिरों में कार्यरत पुजारी व अन्य सेवादारों के भी खाने के लाले पड़ गए हैं। इनका एकमात्र गुजारा इन मंदिरों से ही होता है, अत: पूरी सुरक्षा एवं सावधानी के साथ इन धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति प्रदान की जाए। हम विश्वास दिलाते हैं कि सभी धार्मिक स्थानों पर सरकार के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। इससे पूर्व फरीदाबाद धार्मिक एवं सामाजिक संगठन बडख़ल विधायिका श्रीमती सीमा त्रिखा से भी मिला और उनको ज्ञापन सौंपा। श्रीमती सीमा त्रिखा ने उनको भरोसा दिलाया कि इस विषय में वो जिला प्रशासन से बातचीत करेंगी। ज्ञापन सौंपने वालों में संस्था के प्रधान जोगेन्द्र चावल, सरपरस्त कंवल खत्री, संत मनोहरलाल अरोड़ा, महेन्द्र नागपाल अशोक अरोड़ा, हरभजन सिंह, नरेश कथूरिया, सुरेन्द्र मदान, दर्शनलाल अरोड़ा, ललित गोसाई, सुंदर चुघ, चुन्नी चावला, लोकनाथ अदलखा, सतपाल मुंजाल, डा. पराग गौतम, हरीश गुलाटी गीता मंदिर, जसविन्द्र सिंह आदि शामिल थे।
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