उक्त जानकारी शनिवार को फरीदाबाद स्थित अपने कार्यालय पर भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिय़ा प्रवक्ता विकास वर्मा एडवोकेट ने बताया कि पिछले छह वर्षों में भारत में बढ़ती बेरोजगारी से भारतीय युवा कांग्रेस बहुत आक्रोशित है। पिछल 50 वर्षों में कभी भी भारतीय युवाओं को ऐसे काले दिन नहीं देखने पड़े है।
आरोप है कि कोविड-19 के बुरे प्रबंधन और मोदी सरकार द्वारा अनियोजित लॉक डाऊन ने इस समस्या को केवल बद से बदतर किया है, जिससे इस दौरान देश में 12 करोड़ से अधिक लोगों की नौकरी चली गई। इस सबके बावजूद केन्द्र सरकार विभिन्न विभागों में 10 लाख से अधिक रिक्त पदों पर रोक लगाए हुए है। कई राज्यों ने शासनादेश जारी कर कहा है कि आने वाले एक से दो वर्ष तक सरकार सरकारी नौकरी नहीं देगी।
उन्होंने कहा कि भारत में 30 करोड़ से ज्यादा लोग बेरोजगार है। अफसोस की बात है कि केन्द्र सरकार इस पर कोई कार्यवाही करने को तैयार नहीं है। यहां तक की मानने को तैयार नहीं है कि बेरोजगारी देश के सामने एक समस्या है। युवाओं में आत्महत्या की बढ़ती संख्या एक खतरनाक संकेत है। जिसका कारण बेरोजगारी है। भारत में हर राज्य में लाखों शिक्षित और कुशल युवा है, जो योग्यतानुसार रोजगार के अवसरों की मांग कर रहे है। क्या एक लोकतांत्रिक सरकार से इतनी भी आस रखना गलत है। नफरतगर्दी के बढ़ते मामलों को बेरोजगारी की समस्या से अलग नहीं किया जा सकता है।
श्री वर्मा ने कहा कि यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास के नेतृत्व में युवा कांग्रेस इस मुद्दे को कल 9 अगस्त से पूरी ताकत से उठाने का फैसला किया है। युवक कांग्रेस सरकार को जगाने के लिए सभी राज्यों की सभी विधानसभाओं, जिलों में विरोध प्रदर्शन और कार्यक्रम करेगी।
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