गुरूग्राम, 13 जनवरी (Repco News)। फेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्री के डायरेक्टर जनरल श्री दीपक जैन की अध्यक्षता में यू एस के सदस्यों के साथ ऑनलाइन बैठक का आयोजन किया गया, जिसमे यू एस की कोऑर्डिनेटर रचना नाथ के नेतृत्व में सभी सदस्य सम्मिलित हुए।
सर्वप्रथम रचना नाथ द्वारा फेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्री का संक्षिप्त परिचय सभी सदस्यों को दिया गया और उसके उपरांत सभी उपस्थित सदस्यों ने अपना अपना परिचय कराते हुए फेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्री में अपनी भूमिका को निर्धारित किया।
श्री दीपक जैन ने यू एस की गतिविधियों को विधिवत रूप से आगे बढाने के लिए रचना नाथ को यू एस चैप्टर की सेक्रेटरी घोषित किया।
रचना नाथ ने यू एस चैप्टर की कार्यकारिणी को बढ़ाते हुए डॉ अरविन्द फुकान को वाईस प्रेसिडेंट, श्री समीर जैन को वाईस प्रेसिडेंट, श्री बाबु को जॉइंट सेक्रेटरी, नुपुर जैन को कोषाध्यक्ष , सुनील हाली को एडवाइजर नियुक्त किया है। इसके साथ ही श्री मार्क बारदोलोई, श्रीमती राधिका सिवा एवं श्रीमती राम्या रंगानाथन की एग्जीक्यूटिव मेम्बर के रूप में घोषणा की। सभी दायित्वों की घोषणा के बाद फेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्री के इंटरनेशनल अफेयर्स के चेयरमैन श्री हितेंदर मेहता ने आगामी योजनाओं के संबंध में जानकारी दी व यू एस चैप्टर के नवनिर्वाचित कार्यकर्ताओं से अपनी योजना बनाकर कार्य करने का अनुरोध किया।
रचना नाथ ने अपने उद्बोधन में अपने सभी सहयोगियों की योग्यता की सराहना करते हुए सभी से एफ आई आई के प्रति अपनी दूरद्रष्टि को साँझा करते हुए सभी से सहयोग और योगदान की अपेक्षा की।बैठक का विधिवत संचालन फेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्री के वाईस प्रेसिडेंट डॉ शैलेन्द्र व्यास ने किया।
अंत में डायरेक्टर जनरल श्री दीपक जैन ने अपना उद्बोधन दोनों देशों के सम्बन्धों को इंडस्ट्री के विकास हेतु कैसे मजबूत हो सकते हैं, इस पर अपने विचार रखे और उसी अपेक्षाओं पर अपनी योजनाओं को निर्धारित करने का नवनिर्वाचित कार्यकारिणी से अनुरोध किया।
श्री दीपक जैन ने सभी यू एस चैप्टर की नवगठित कार्यकारिणी को बधाई देते हुए बताया कि एफ आई आई के स्थापना की जरूरत क्यों पड़ी, इसके बारे में अपने विचार रखे।
उन्होंने बताया एफ आई आई के वर्तमान में भारत के 18 प्रान्तों में और विश्व के 39 देशों में हमारे प्रतिनिधियों के नेतृत्व में शाखाये कार्य कर रही हैं और लगभग 145 देशों में हमारा न्यूज़ लेटर प्रसारित किया जाता है। इकॉनमी के विभिन सेक्टर्स के अवसरों के बारे में अपने विचार रखे। उन्होंने देश की उन्नति हेतु उन सभी कारणों पर उद्योगपतियों को खुद को केन्द्रित करने को कहा जिनके कारण अपने देश की अर्थव्यवस्था प्रभावित होती है जिससे देश का विकास संभव हो सके। पिछले पांच से छ: सालों में एफ आई आई के द्वारा किये गए कार्यों के बारे में बताया, जिनको भारत सरकार ने अपनी इंडस्ट्रियल पालिसी में शामिल किया। अंत में सभी को शुभकामनाएं देते हुए बैठक को डॉ शैलेन्द्र व्यास ने विधिवत रूप से समाप्त किया।
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