फरीदाबाद 25 जून। उपायुक्त यशपाल ने कहा कि सभी इंसिडेंट कमांडर अपने एरिया में चिन्हित आइसोलेशन सेंटर को वर्किंग स्थिति में रखें तथा उसमें हर प्रकार की सुविधाएं पूरा करवाना सुनिश्चित करें।
उपायुक्त वीरवार को आनलाइन माध्यम से सभी इंसिडेंट कमांडर को अपने एरिया में कोविड-19 से संबंधित आवश्यक तैयारियां व प्रबंध करने के संबंध में उन्हें दिशा निर्देश दे रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि सभी एरिया में आईएलआई के मरीजों की पहचान के लिए सर्वे का कार्य जारी रखें तथा आईएलआई मरीजों का नाम व टेलीफोन नंबर संबंधी डाटा जरूर कंपाइल किया जाए, ताकि जरूरत पड़ने पर उनकी पहचान की जा सके और उन्हें मदद पहुंचाई जा सके। उन्होंने बताया कि सभी इंसीडेंट कमांडर इस तरह प्लानिंग तैयार करें कि पॉजिटिव मरीज तक जल्द से जल्द पहुंचना संभव हो सके, इस तरह की तैयारी से अधिक से अधिक लोगों की जान बचाना भी संभव हो पाएगा। उन्होंने बताया कि फैमिली आईडी के संबंध में भी सर्वे किया जा रहा है, ताकि लोगों के स्वास्थ्य के साथ-साथ सरकारी योजनाओं व उनकी मूलभूत जरूरतों का पता लगाया जा सके।
उन्होंने बताया कि सरकार को कोई भी योजना तैयार करने से पहले उसके पास प्रत्येक हाउसहोल्ड के संबंध में पूर्ण विवरण उपलब्ध होना जरूरी है, ताकि लोगों की जरूरत व उनकी सुविधा अनुसार सरकारी योजनाएं बनाई जा सके।
उन्होंने कहा कि सभी इंसीडेंट कमांडर अपने एरिया में सर्वे के लिए जो टीमें भेज रहे हैं, उन्हें पूर्ण रूप से प्रशिक्षित किया जाए ताकि वह प्रत्येक हाउसहोल्ड से संबंधित पूर्ण व पारदर्शी रिपोर्ट प्राप्त कर सकें। इसके अलावा सभी इंसिडेंट कमांडर को (डीआरटी) डिस्ट्रेस राशन कूपन के संबंध में सर्वे करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, इसे भी जल्द से जल्द पूरा करें। अपने एरिया में मिलने वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों को क्वॉरेंटाइन करने व उनके संबंध में सही सूचना रखने तथा प्रतिदिन उनसे संपर्क करने के लिए टीमों को सतर्क व सजग रखें तथा इसी हिसाब से अपने एरिया में कंटेनमेंट जोन भी बनाते रहें।
उन्होंने कहा कि सभी इंसीडेंट कमांडर आगामी दिनों में एक पंपलेट तैयार कर ले जिस पर सभी जरूरी हिदायतें व टेलीफोन नंबर दर्ज हो। यह पंपलेट सभी घरों तक पहुंचने चाहिए, ताकि जरूरत पड़ने पर मरीज या उसका परिवार स्वास्थ्य विभाग या जिला प्रशासन के अधिकारियों से संपर्क कर सकें।
पंपलेट में इस प्रकार की सूचनाएं दर्ज होनी चाहिए जिससे मरीजों को या अन्य लोगों को पता हो कि उन्हें किस सुविधा या मदद के लिए कहां पर संपर्क करना है।
सभी लोकल कमेटियों के सदस्य व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से जुड़े रहें तथा अपने एरिया का अपडेट निरंतर देते रहें। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में वॉलिंटियर महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, उन्हें अधिक से अधिक संख्या में जोड़ा जाए ताकि सूचनाएं जल्द मिले तथा लोगों तक मदद भी जल्द से जल्द पहुंचना संभव हो पाए। प्रत्येक मरीज के संबंध में फॉलोअप भी लेते रहे तथा इसकी सूचना जिला प्रशासन के पास पहुंचाते रहें। इस मीटिंग में अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान, एसडीएम फरीदाबाद अमित कुमार, एसडीएम बड़खल पंकज कुमार, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राकेश मोर, बीडीपीओ पूजा शर्मा, नवनीत कौर, व प्रदीप कुमार भी शामिल रहे।
उपायुक्त वीरवार को आनलाइन माध्यम से सभी इंसिडेंट कमांडर को अपने एरिया में कोविड-19 से संबंधित आवश्यक तैयारियां व प्रबंध करने के संबंध में उन्हें दिशा निर्देश दे रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि सभी एरिया में आईएलआई के मरीजों की पहचान के लिए सर्वे का कार्य जारी रखें तथा आईएलआई मरीजों का नाम व टेलीफोन नंबर संबंधी डाटा जरूर कंपाइल किया जाए, ताकि जरूरत पड़ने पर उनकी पहचान की जा सके और उन्हें मदद पहुंचाई जा सके। उन्होंने बताया कि सभी इंसीडेंट कमांडर इस तरह प्लानिंग तैयार करें कि पॉजिटिव मरीज तक जल्द से जल्द पहुंचना संभव हो सके, इस तरह की तैयारी से अधिक से अधिक लोगों की जान बचाना भी संभव हो पाएगा। उन्होंने बताया कि फैमिली आईडी के संबंध में भी सर्वे किया जा रहा है, ताकि लोगों के स्वास्थ्य के साथ-साथ सरकारी योजनाओं व उनकी मूलभूत जरूरतों का पता लगाया जा सके।
उन्होंने बताया कि सरकार को कोई भी योजना तैयार करने से पहले उसके पास प्रत्येक हाउसहोल्ड के संबंध में पूर्ण विवरण उपलब्ध होना जरूरी है, ताकि लोगों की जरूरत व उनकी सुविधा अनुसार सरकारी योजनाएं बनाई जा सके।
उन्होंने कहा कि सभी इंसीडेंट कमांडर अपने एरिया में सर्वे के लिए जो टीमें भेज रहे हैं, उन्हें पूर्ण रूप से प्रशिक्षित किया जाए ताकि वह प्रत्येक हाउसहोल्ड से संबंधित पूर्ण व पारदर्शी रिपोर्ट प्राप्त कर सकें। इसके अलावा सभी इंसिडेंट कमांडर को (डीआरटी) डिस्ट्रेस राशन कूपन के संबंध में सर्वे करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, इसे भी जल्द से जल्द पूरा करें। अपने एरिया में मिलने वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों को क्वॉरेंटाइन करने व उनके संबंध में सही सूचना रखने तथा प्रतिदिन उनसे संपर्क करने के लिए टीमों को सतर्क व सजग रखें तथा इसी हिसाब से अपने एरिया में कंटेनमेंट जोन भी बनाते रहें।
उन्होंने कहा कि सभी इंसीडेंट कमांडर आगामी दिनों में एक पंपलेट तैयार कर ले जिस पर सभी जरूरी हिदायतें व टेलीफोन नंबर दर्ज हो। यह पंपलेट सभी घरों तक पहुंचने चाहिए, ताकि जरूरत पड़ने पर मरीज या उसका परिवार स्वास्थ्य विभाग या जिला प्रशासन के अधिकारियों से संपर्क कर सकें।
पंपलेट में इस प्रकार की सूचनाएं दर्ज होनी चाहिए जिससे मरीजों को या अन्य लोगों को पता हो कि उन्हें किस सुविधा या मदद के लिए कहां पर संपर्क करना है।
सभी लोकल कमेटियों के सदस्य व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से जुड़े रहें तथा अपने एरिया का अपडेट निरंतर देते रहें। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में वॉलिंटियर महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, उन्हें अधिक से अधिक संख्या में जोड़ा जाए ताकि सूचनाएं जल्द मिले तथा लोगों तक मदद भी जल्द से जल्द पहुंचना संभव हो पाए। प्रत्येक मरीज के संबंध में फॉलोअप भी लेते रहे तथा इसकी सूचना जिला प्रशासन के पास पहुंचाते रहें। इस मीटिंग में अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान, एसडीएम फरीदाबाद अमित कुमार, एसडीएम बड़खल पंकज कुमार, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राकेश मोर, बीडीपीओ पूजा शर्मा, नवनीत कौर, व प्रदीप कुमार भी शामिल रहे।
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