Monday 15 June 2020

जेसीबी विरोधी तत्व एकजुट, उत्पादन के गलत आंकड़े देकर जनता को गुमराह करने का असफल प्रयास


फरीदाबाद 15 जून (रेपको न्यूज़)। ऐसा लगता है फरीदाबाद में मानव सेवा एवं समाज सेवा की भावना से काम करने वाले औद्योगिक संस्थान जेसीबी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को बदनाम करने में वह सभी तत्व एकजुट होना आरंभ हो गए हैं जो काफी समय से इस संस्थान को निशाना बनाने की इच्छा पाल रहे थे।
अच्छा वेतन और श्रमिकों को मिल रही सुविधाओं के कारण कोई बड़ा राजनेता हो या कोई अन्य पहुंच वाला व्यक्ति, सभी अपने निकटतम व्यक्तियों को इस संस्थान में नौकरी दिलाना चाहते रहे है और जिसे इसमें सफलता नहीं मिली, वही प्रबंधन से नाराज हो गया।
कोविड-19 के कारण विश्व की अर्थव्यवस्था चौपट होने का प्रभाव जेसीबी पर भी पड़ा और उसका काम 70 से 80% तक कम हो गया, जैसे के सभी का अनुमान है कि मंदी की यह स्थिति पूरा वर्ष रह सकती है।
काम ना होने के कारण प्रबंधन ने 104 ठेके पर रखे कर्मचारियों और कुछ मैनेजर को नौकरी से अलग क्या किया, कंपनी विरोधियों की बन आई। ऐसा लगता है कि किसी पूर्व ग्रह के कारण कांग्रेस विधायक ने इसे छंटनी का रूप देकर जब हाय तौबा मचाना आरंभ किया तो कामरेडो की नेतागिरी जमाने की ललक फिर से जाग गई है और वह भी अपने दबड़े से बाहर निकलने लगे हैं।
यही नहीं प्रशासन को गुमराह करने के लिए मशीनों के निर्माण के उल जलूल आंकड़े देकर गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। कंपनी ने किसी भी नौकरी से नहीं निकाला जो फ्लोर शॉप पर काम करता हो इसलिए इन तत्वों का जादू नहीं चल पाया। अब विधायक महोदय रामायण का पाठ कर आम जनता से सहानुभूति बटोरने का प्रयास कर रहे हैं परंतु इनकी भाषा किसी धार्मिक व्यक्ति कि नहीं अपितु गेट पर बोलने वाले एक कामरेड नेता की है जिसे श्रमिक बहुत पहले ठुकरा चुके हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर और उप मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला को चाहिए कि औद्योगिक शांति को भंग करने के इस प्रयास पर सख्त रोक लगाएं। फरीदाबाद ऐसे नेताओं एवं औद्योगिक शांति विरोधी हरकतों को भली-भति भुगत चुका है तथा जान चुका है और वह फिर से अशांति पूर्ण वातावरण नहीं देखना चाहता।
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